नई दिल्ली. रेलवे टेंडर घोटाले में फंसे लालू प्रसाद यादव गुरुवार को सीबीआई के सामने पेश हुए। लालू से रेलवे के होटल को लीज पर देने के बदले जमीन हासिल करने के मामले में पूछताछ की जा रही है। इस मामले में लालू के बेटे तेजस्वी यादव से शुक्रवार को पूछताछ होनी है।
सीबीआई ने इससे पहले लालू को 7 और 11 सितंबर और तेजस्वी को 8 और 12 सितंबर को पेश होने के लिए समन जारी किया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए। उन्होंने सीबीआई से कुछ मोहलत मांगी थी। इसके बाद दोनों को 25, 26 सितंबर और 4 और 5 अक्टूबर को पेश होने का समन जारी किया गया था।
जुलाई में दर्ज हुए थी एफआईआर
– आइआरसीटीसी के 2 होटलों की नीलामी में बड़े पैमाने पर हुए घोटाले को लेकर सीबीआई ने 7 जुलाई को लालू समेत 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस सिलसिले में उनके 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।
स्कैम का शक क्यों?
– सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर, राकेश अस्थाना ने बताया था, “लालू यादव रेल मंत्री थे, तब रेलवे के पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल को IRCTC को ट्रांसफर किया था। इन्हें रख-रखाव और इम्प्रूव करने के लिए लीज पर देने की प्लानिंग थी।”
– “इसके लिए टेंडर विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दिए गए। टेंडर प्रॉसेस में हेर-फेर किया गया था। टेंडर की यह प्रॉसेस आईआरसीटीसी के उस वक्त के एमडी पीके गोयल ने पूरी की।”
– “टेंडर के एवज में 25 फरवरी 2005 को कोचर ने पटना के बेली रोड स्थित 3 एकड़ जमीन सरला गुप्ता की कंपनी मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड (डीएमसीएल) को 1.47 करोड़ रुपए में बेच दी, जबकि बाजार में उसकी कीमत 1.93 करोड़ रुपए थी। इसे एग्रीकल्चर लैंड बताकर सर्कल रेट से काफी कम पर बेचा गया, स्टैम्प ड्यूटी में गड़बड़ी की गई।”
– “बाद में 2010 से 2014 के बीच यह बेनामी प्रॉपर्टी लालू की फैमिली की कंपनी लारा प्रोजेक्ट को सिर्फ 65 लाख में ट्रांसफर कर दी गई, जबकि सर्कल रेट के तहत इसकी कीमत करीब 32 करोड़ थी और मार्केट रेट 94 करोड़ रुपए था।”
– एफआईआर में आरोप है, “कोचर ने जिस दिन डीएमसीएल के फेवर में यह सौदा किया, उसी दिन रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को उसे बीएनआर होटल्स सौंपे जाने के अपने फैसले के बारे में बताया।”
– सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर, राकेश अस्थाना ने बताया था, “लालू यादव रेल मंत्री थे, तब रेलवे के पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल को IRCTC को ट्रांसफर किया था। इन्हें रख-रखाव और इम्प्रूव करने के लिए लीज पर देने की प्लानिंग थी।”
– “इसके लिए टेंडर विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दिए गए। टेंडर प्रॉसेस में हेर-फेर किया गया था। टेंडर की यह प्रॉसेस आईआरसीटीसी के उस वक्त के एमडी पीके गोयल ने पूरी की।”
– “टेंडर के एवज में 25 फरवरी 2005 को कोचर ने पटना के बेली रोड स्थित 3 एकड़ जमीन सरला गुप्ता की कंपनी मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड (डीएमसीएल) को 1.47 करोड़ रुपए में बेच दी, जबकि बाजार में उसकी कीमत 1.93 करोड़ रुपए थी। इसे एग्रीकल्चर लैंड बताकर सर्कल रेट से काफी कम पर बेचा गया, स्टैम्प ड्यूटी में गड़बड़ी की गई।”
– “बाद में 2010 से 2014 के बीच यह बेनामी प्रॉपर्टी लालू की फैमिली की कंपनी लारा प्रोजेक्ट को सिर्फ 65 लाख में ट्रांसफर कर दी गई, जबकि सर्कल रेट के तहत इसकी कीमत करीब 32 करोड़ थी और मार्केट रेट 94 करोड़ रुपए था।”
– एफआईआर में आरोप है, “कोचर ने जिस दिन डीएमसीएल के फेवर में यह सौदा किया, उसी दिन रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को उसे बीएनआर होटल्स सौंपे जाने के अपने फैसले के बारे में बताया।”
इनके खिलाफ FIR
– सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
– एफआईआर में सुजाता होटल के दोनों डायरेक्टर्स और चाणक्य होटल के मालिकों विजय कोचर और विनय कोचर और आईआरसीटीसी के पूर्व एमडी पीके गोयल समेत कई लोगों के नाम हैं।
– सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
– एफआईआर में सुजाता होटल के दोनों डायरेक्टर्स और चाणक्य होटल के मालिकों विजय कोचर और विनय कोचर और आईआरसीटीसी के पूर्व एमडी पीके गोयल समेत कई लोगों के नाम हैं।
मई में 100 अफसरों की टीम ने की थी रेड
– मई में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बेनामी प्रॉपर्टी के शक में दिल्ली-एनसीआर में बड़ी कार्रवाई की थी। इस दौरान लालू यादव से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी।
– आईटी अफसरों ने बताया था, “दिल्ली-गुड़गांव और आसपास के इलाकों के 22 ठिकानों पर छापेमारी हुई। लालू यादव के करीबी रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों की तलाशी ली गई। इसमें आरजेडी सांसद प्रेमचंद गुप्ता भी शामिल हैं।”
– “लालू यादव पर बेनामी प्रॉपर्टी और टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं। डिपार्टमेंट को शक है कि बेनामी प्रॉपर्टी 1000 करोड़ की हो सकती है। लालू से जुड़े कारोबारियों के यहां कार्रवाई की गई। रेड में पुलिस के साथ हमारे 100 अफसर शामिल थे।”
– मई में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बेनामी प्रॉपर्टी के शक में दिल्ली-एनसीआर में बड़ी कार्रवाई की थी। इस दौरान लालू यादव से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी।
– आईटी अफसरों ने बताया था, “दिल्ली-गुड़गांव और आसपास के इलाकों के 22 ठिकानों पर छापेमारी हुई। लालू यादव के करीबी रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों की तलाशी ली गई। इसमें आरजेडी सांसद प्रेमचंद गुप्ता भी शामिल हैं।”
– “लालू यादव पर बेनामी प्रॉपर्टी और टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं। डिपार्टमेंट को शक है कि बेनामी प्रॉपर्टी 1000 करोड़ की हो सकती है। लालू से जुड़े कारोबारियों के यहां कार्रवाई की गई। रेड में पुलिस के साथ हमारे 100 अफसर शामिल थे।”