आगरा। राजस्थान पीसीपीएनडीटी टीम ने 90वां डिकॉय ऑपरेशन करते हुए बुधवार को उत्तरप्रदेश के आगरा शहर में तीन लोगों को गिरफ्तार कर अपंजीकृत पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन को जब्त किया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव एवं राज्य पीसीपीएनडीटी सैल के समुचित प्राधिकारी नवीन जैन ने बताया कि मुखबिर से आगरा शहर की अनुराधा नाम की महिला नर्स द्वारा भरतपुर, धौलपुर एवं दौसा क्षेत्र की महिलाओं को दलालों के माध्यम से आगरा ले जाकर गर्भस्थ शिशु की भ्रूण लिंग जांच कर उनका कन्या भ्रूण होने पर गर्भ समापन कराने की सूचना प्राप्त हुई थी।

सूचना प्राप्त होते ही परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी रघुवीर सिंह के नेतृत्व में दल का गठन कर सूचना का सत्यापन कराया गया एवं बोगस ग्राहक के माध्यम से अनुराधा से सम्पर्क किया गया। अनुराधा द्वारा 30 हजार रुपए की मांग की गई तथा चार अक्टूबर को भरतपुर के हीरादास बाग बस स्टेण्ड आने को कहा गया।

जैन ने बताया कि तय समय पर बोगस ग्राहक एवं सहयोगी से अनुराधा का सहयोगी जितेन्द्र नाम का व्यक्ति 30 हजार रुपए प्राप्त कर बोगस ग्राहक एवं सहयोगी को बस से आगरा ले गया। वहां अनुराधा पहले से मौजूद थी। वहां से अनुराधा एवं जितेन्द्र सिंह बगिया हाथरस रोड सद्दिक भाई के मकान पर लेकर गए। इस मकान में किराये पर रहने वाली रूखसार बेगम उर्फ रिहाना नामक नर्स ने कमरे में ले जाकर अपंजीकृत पोर्टेबल मशीन से गर्भस्थ शिशु की जांच कर भ्रूण लिंग की जानकारी दी एवं गर्भपात करने के एवज में 15 हजार की और मांग की।उन्होंने बताया कि सहयोगी महिला द्वारा इशारा प्राप्त होते ही पीसीपीएनडीटी टीम ने मौके पर जाकर नर्स अनुराधा व दलाल जितेन्द्र से 5-5 हजार एवं नर्स रेहाना से 10 हजार के नम्बरी नोटो को बरामद कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। मौके से अपंजीकृत सोनोग्राफी मशीन जब्त की गई। एक अन्य दलाल 10 हजार रुपए लेकर फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

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