रांची।15 साल की लड़की के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। रेस्क्यू के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि मानव तस्कर प्रभा मुनि, उसका पति रोहित मुनि और बेटी ने गोड्डा की 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। रोहित ने तो कई बार उसके साथ रेप भी किया। गोड्डा की नाबालिग लड़की ने पूरे वाकया की जानकारी मीडिया को दी थी।
पीड़िता ने बताया था कि प्रभा उन्हीं लड़कियों को जाल में फांसती थी, जो गरीब थी। दो जून की रोटी भी ढंग से नसीब नहीं होती थी। इस कारण मजबूरन अच्छी जिंदगी जीने और घर की बेबसी खत्म करने के लिए बाहर जाकर कमाने के बारे में सोचा। उस वक्त इस मासूम को मालूम नहीं था कि जीवन संवारने की यह सोच जिंदगी के लिए अंधेरी कोठरी साबित होगी। मानव तस्करों ने दिल्ली ले जाकर जो किया, उसके बारे में लोग कभी कल्पना भी नहीं कर सकते। प्रलोभन देकर वहां बड़े मानव तस्करों के हवाले कर दिया गया। वहां तस्करों ने सौदा कर नौकरानी बना दिया। इस बच्ची के साथ जो दरिंदगी हुई, उसे याद कर रूह कांप उठती है। मानव तस्कर रोहित मुनि रेप करता रहा। इसमें उसकी पत्नी प्रभा मुनि भी साथ देती थी।
जब भी विरोध करती, प्रभा-रोहित के साथ-साथ उनकी बेटी दीपशिखा भी मारपीट करती। गर्म आयरन से शरीर के हिस्सों को दागा जाता। घाव दिखाते और रोते हुए कहा था कि जब उन तीनों को लगा कि उन लोगों को आगे खतरा हो सकता है, तो एक दिन गले में चाकू से वार कर हत्या करने की कोशिश की। गंभीर स्थिति में कई महीने तक दिल्ली और चंडीगढ़ के अस्पताल में भर्ती रही। इस बीच सूचना मिलने पर चंडीगढ़ बाल संरक्षण आयोग की टीम ने मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी ली। बातचीत में डॉक्टरों ने टीम को बताया कि कंडीशन क्रिटिकल है, जिस कारण अभी झारखंड ले जाना संभव नहीं है। इसके बाद इलाज समेत अन्य बच्चियों की बरामदगी में चंडीगढ़ आयोग के बीके गोयल और शक्तिवाहिनी ने अहम भूमिका निभायी। बाद में इस बच्ची को रिम्स लाया गया, जहां वह जिंदगी की जंग हार गयी।