Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»झारखंड के सर्द होते मौसम में राजनीति गरम
    Breaking News

    झारखंड के सर्द होते मौसम में राजनीति गरम

    azad sipahiBy azad sipahiOctober 30, 2018No Comments6 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। झारखंड में चुनाव में अभी कुछेक महीने का समय है, लेकिन सभी राजनीतिक दलों ने यात्रा और चौपाल के माध्यम से चुनावी समर की तैयारी शुरू कर दी है। विपक्ष सरकार की नाकामियों को जनता के बीच रख रहा है, तो सत्ता पक्ष विकास कार्यों को लेकर जनता को अपने पक्ष में गोलबंद कर रहा है। प्रमुख विपक्षी पार्टी झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन संघर्ष यात्रा के माध्यम से जनता के बीच अपनी बातें रख रहे हैं, तो आजसू प्रमुख सुदेश महतो स्वाभिमान यात्रा निकाल कर जनता को अपने पक्ष में गोलबंद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास चौपाल लगाकर जनता को सरकार की विकास योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं।

    पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पोल खोल हल्ला बोल कार्यक्रम के माध्यम से जनता को अपने पक्ष में करने का काम कर रहे हैं। यात्राओं और चौपालों से तपने लगी है झारखंड की सियासत। झारखंड का मौसम सर्द है लेकिन राजनीति गरम हो गयी है। सभी दल मिशन 2019 के तहत मैदान में कूद गये हैं। आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा के खिलाफ विपक्ष हर स्तर से प्रहार कर रहा है। पहली बार यह देखा जा रहा है कि सभी राजनीतिक दल ग्रामीणों से चुनाव से पहले संवाद कर रहे हैं। हालांकि सबका मिशन 2019 में फतह करना है और इसी को ध्यान में रखकर ये कार्यक्रम हो रहे हैं। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। विपक्ष जहां सरकार की खामियों को जनता के बीच रखने का काम कर रहा है, वहीं सत्ता पक्ष विपक्ष के चाल-चरित्र और चेहरे से लोगों को अवगत करा रहा है।

    झारखंड को लूटने के लिए बन रहा है महागठबंधन : रघुवर
    विपक्ष के कार्यक्रमों के बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ग्रामीणों के बीच चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। इस दौरान वह सिर्फ जनता की समस्याओं को सुन रहे हैं। चौपाल के दैरान उन्होंने साफ लहजे में कहा कि इसमें सिर्फ जनता बोलेगी और सरकार सुनेगी। मुख्यमंत्री की चौपाल में जनता खुल कर अपनी बातें रख रही हैं। मुख्यमंत्री के सामने अनेक समस्याएं आयीं। अधिकांश समस्याएं रघुवर सरकार के गठन से पहले की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब-जब झारखंड में यूपीए की सरकार बनी, सरकार में बैठे लोगों ने जनता के पैसे का दोहन किया। अब फिर एक बार महागठबंधन की कवायद विपक्ष के द्वारा की जा रही है। झारखंड को लूटने के लिए महागठबंधन बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सबका साथ सबका विकास के सपने को साकार कर रही है। चार वर्षों के शासन में भ्रष्टाचार का एक भी केस नहीं आया। विपक्ष को यह बात हजम नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जब से सरकार बनी है, पहली बार जनता से पूछकर योजनाएं बनायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जिसे जो करना है करे, हमने यह ठाना है कि झारखंड का सर्वांगीण विकास करेंगे, गरीबी से मुक्त करेंगे और हम इसे करके रहेंगे।

    भाजपा आदिवासी-दलितों और मूलवासियों की शोषक : हेमंत
    प्रमुख विपक्षी पार्टी झामुमो संघर्ष यात्रा के द्वारा जनता को गोलबंद कर रही है। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। मिशन 2019 को लेकर उन्होंने कमर कस ली है। वह लगातार भाजपा पर प्रहार कर रहे हैं। संघर्ष यात्रा के क्रम में उन्हें जब भी मौका मिलता है, जनता के बीच भाजपा के खिलाफ आग उगल रहे हैं। तोरपा में उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासी-दलित और मूलवासियों की शोषक है। भाजपा को सिर्फ पूंजीपतियों के हित से मतलब है। यहां के आदिवासियों-मूलवासियों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद हम अलग राज्य में जी रहे हैं, लेकिन मूल अधिकारों पर बाहरी शक्तियों का अधिकार है। राज्य में आदिवासियों-मूलवासियों की भावना कुचली गयी है। सीएनटी एक्ट में संशोधन का प्रयास किया गया। नक्सलवाद के नाम पर पुलिसिया बर्बरता किसी से नहीं छुपी है। पत्थलगड़ी के नाम पर जो तांडव किया गया, वह जगजाहिर है। पूंजीपतियों के इशारे पर जमीन हड़पने की कोशिश की जा रही है। जाति-धर्म के नाम पर फूट डालने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि अबुआ- दिशुम अबुआ-राज के लिए फिर से उलगुलान की जरूरत है। भाजपा सरकार में अराजकता का बोलबाला है। आदिवासी-मूलवासी की भावनाओं को ठेस पहुंचायी जा रही है। झारखंड में जो मजदूरी करने आया था, वह आज मालिक बन बैठा है।

    भाजपा गरीब, किसानों को छल रही है : बाबूलाल मरांडी
    झाविमो मिशन 2019 को लेकर पोल खोल हल्ला बोल कार्यक्रम कर रहा है। इस कार्यक्रम को लेकर पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी लगातार राज्यव्यापी दौरा कर रहे हैं। कोडरमा से उन्होंने इस कार्यक्रम की शुरुआत की और लगातार विभिन्न जिलों में कार्यक्रम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने गरीब जनता एवं किसानों को छलने का काम किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से 2014 में जो वायदे किये थे, वे छलावा साबित हुए हैं। मोदी के पीएम बनने से लोगों को उम्मीद थी कि देश में कानून का राज आयेगा। यह देश संविधान के अंतर्गत चलेगा।, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। झारखंड में भी भाजपा सरकार सिर्फ बड़े लोगों के लिए काम कर रही है। राज्य में भय, भूख और भ्रष्टाचार का आलम है। राजधानी रांची में लोग सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीतियां यहां के गरीब आदिवासी और मूलवासी के लिए नहीं हैं, बल्कि सभी नीतियां पूंजीपतियों के हित को ध्यान में रखकर बनायी जा रही हैं।

    चॉपर से चौपाल की तसवीर नहीं देखी जा सकती: सुदेश
    आजसू प्रमुख सुदेश महतो लगातार स्वाभिमान यात्रा के तहत जनता से मुखातिब हो रहे हैं। तीन दिन से वह कोल्हान प्रमंडल की यात्रा पर हैं और सीधे जनता के बीच चौपाल लगा कर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। सुदेश कहते हैं कि चॉपर (हेलीकॉप्टर) से चौपाल की तसवीर नहीं देखी जा सकती। इसके लिए जनता के बीच जाना होगा, उसके साथ बैठना होगा, उसकी समस्याओं को समझना होगा। उन्होंने कहा कि उद्योग लगाने से नहीं, गांव को सजाने-संवारने से झारखंड बदलेगा। उन्होंने कहा कि सत्ता में आम आदमी की हिस्सेदारी और झारखंडी विचारधारा को स्थापित करने के लिए लोगों को गोलबंद होना होगा। झारखंडी जनमानस के अनुरूप एक नयी लड़ाई, गांव-गांव से शुरू हो। सरकार जनता के मत से चलेगी, साहबों और सियासत के मन से नहीं। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच आम धारणा है कि लोक सेवक दाता बन गये हैं और सत्ता के मालिक याचक बन गये है़। इस रिवाज को बदलने के लिए एक निर्णायक लड़ाई की जरूरत है।

    झारखंड में राजनीति गरम
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleलखनऊः केशव प्रसाद मौर्य को मैनपुरी और रामपुर में जीत दिलाने की जिम्मेदारी
    Next Article बंसवाड़ाः राज्य मंत्री धन सिंह के 26 अक्टूबर को दिए भाषण के खिलाफ FIR दर्ज
    azad sipahi

      Related Posts

      रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस

      June 8, 2025

      फ्लाईओवर पर स्टंट करने वाले युवक की हुई पहचान, बाइक बरामद

      June 8, 2025

      झारखंड में 15 के बाद मानसून के पहुंचने की संभावना

      June 8, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस
      • एक साथ कई निशाने साध गया मोदी का ‘कूटनीतिक तीर’
      • चुनाव आयोग की दोबारा अपील, लिखित शिकायत दें या मिलने आएं राहुल गांधी
      • भारतीय वायु सेना ने किडनी और कॉर्निया को एयरलिफ्ट करके दिल्ली पहुंचाया
      • उत्तर ग्रीस में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, माउंट एथोस क्षेत्र में दहशत का माहौल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version