- अल्बर्ट एक्का चौक पर राजीव झंवर और रामटहल चौधरी का पुतला फूंका
रांची। उषा मार्टिन के कर्मचारियों के गुस्से की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। फैक्ट्री में जहां 80 घंटे से उत्पादन ठप है, वहीं प्रबंधन की शिथिलता से कर्मियों का आंदोलन अब उग्र रूप ले चुका है। फैक्ट्री में चल रही आंदोलन की आग रांची की सड़कों पर रविवार को दिखायी पड़ी। अल्बर्ट एक्का चौक पर हड़ताली कर्मचारियों ने इंजीनियरिंग मजदूर सभा के बैनर तले मालिक राजीव झंवर और सांसद रामटहल चौधरी का पुतला फूंका। नाराज कर्मचारी जयपाल सिंह स्टेडियम से रैली निकाल कर प्रबंधन और सांसद रामटहल चौधरी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचे थे। दो टूक कहा कि बोनस नहीं मिला, तो आंदोलन को किसी भी हद तक ले जायेंगे।
महामंत्री अंजनी पांडेय ने कहा कि पिछले चार दिनों से धरना पर बैठे कर्मचारियों को झुकाने के लिए प्रबंधन तमाम हथकंडा अपना रहा है। कैंटीन, शौचालय बंद करा कर प्रबंधन हड़ताल को तोड़वाना चाहता है। कहा कि इस विषम परिस्थिति के बावजूद मजदूर अपने हक और अधिकार के लिए डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि 20 प्रतिशत नहीं, तो कम से कम 8.33 प्रतिशत की दर से 70 हजार रुपये एवं कैजुअल मजदूरों को 21 हजार रुपये की दर से बोनस दिलायी जाये, वरना हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी के मालिक पर जांच एजेंसियां नजर रखें। कंपनी बंद कर मालिक विदेश जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विगत 30-35 वर्षों से मैनेजमेंट इसी प्रकार घड़ियाली आंसू बहा कर मीठी-मीठी बातें बोल कर मजदूरों को बेवकूफ बना रहा है। इस कारण उषा मार्टिन के मजदूर एक-एक पैसे के मोहताज हो गये हैं। फैक्टरी प्रबंधन स्थायी मजदूरों को हटा कर सारा काम ठेका पर कराने की फिराक में है। इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, कोषाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह, हरे कृष्णा, जेएन सिंह, प्रमोद कुमार, फूलचंद कच्छप, लालधारी कच्छप ने भी प्रबंधन के रवैये पर आक्रोश जताया।