रांची। आगामी विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले सभी राजनीतिक नेताओं का दल-बदल जारी है। एक पखवाड़े में झारखंड में चुनाव आचार संहिता लागू होने की उम्मीद है। इसी कड़ी में गुरुवार को तमाड़ से आजसू विधायक विकास मुंडा ने जेएमएम की सदस्यता लेने का ऐलान कर दिया है। राजधानी रांची स्थित जेएमएम मुख्यालय में गुरुवार को एक प्रेस कॉफ्रेंस के बाद आयोजित एक कार्यक्रम में विकास मुंडा ने पार्टी की सदस्यता लेने की औपचारिक घोषणा की। हालांकि जेएमएम की पूर्ण सदस्यता वह शनिवार को पार्टी बदलाव यात्रा रैली के दौरान पार्टी सुप्रिमो शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की उपस्थिति में लेंगे। गुरुवार को कार्यक्रम के मौके पर पार्टी महासचिव सुप्रिीो भट्टाचार्य और मनोज पांडेय उपस्थित थे।
बताते चलें कि सुदेश महतो की आजसू पार्टी ने विकास मुंडा को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का हवाला देते हुए निलंबित कर रखा था। इस दौरान सुप्रियो भट्टाचार्य ने सभी जिलों के डीसी पर चुनाव के लिए बीजेपी सरकार के हित में काम करने का आरोप लगाया।

जनता को केवल ठगा है सरकार ने
जेएमएम की औपचारिक सदस्यता लेने के बाद विकास मुंडा ने कहा कि पिछले एक साल से उनके जेएमएम की सदस्यता लेने की अटकलें तेज थीं, जिसे उन्होंने विराम लगा दिया है। गुरुजी शिबू सोरेन के आशीर्वाद के बाद उन्होंने पार्टी में आने का एक अहम फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान क्षेत्र के हजारों कार्यकर्ता पार्टी की सदस्यता लेंगे।
साथ ही विकास मुंडा ने कहा कि झारखंड गठन के पीछे जो उद्देश्य था, वह 18 साल के बाद भी पूरा नहीं हो सका है। विशेषकर पिछले पांच सालों में सरकार ने जिस तरह से जनता को ठगा है, उसके खिलाफ वह हमेशा बोलते रहे हैं। उनकी कथनी और करनी में हमेशा एक ही रही है, जबकि एनडीए के सहयोगी आजसू की कथनी और करनी में हमेशा अंतर रहा है, जिससे वह नाराज रहे हैं। राज्य में विकास को प्राथमिकता देने के लिए ही उन्होंने जेएमएम की सदस्यता ली है।

आयोग के समक्ष डीसी के कार्यों को किया पेश
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में चुनाव किसी राजनीतिक पार्टी का न होकर प्रशासनिक अधिकारियों के प्रभाव के बीच रह गया है। आज सभी जिलों के डीसी जिस तरह से पिछले पांच वर्षों में रघुवर सरकार के गुणगान में लगे हैं, उससे तो लगता है कि वे संवैधानिक पद पर बैठे डीसी चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं। इसके बाद उन्होंने शाम को केंद्रीय चुनाव की टीम को इस संबंध में जानकारी भी दी। कहा कि इस दौरान पार्टी नेता सोशल मीडिया ट्विटर पर किये ऐसे ट्वीट को साक्ष्य के रूप में आयोग के समक्ष रखेंगे, जिससे चुनाव प्रभावित हो रहा है।

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