रांची। गुल्लक के पैसे से 10 शौचालय बनानेवाली नौवीं की छात्रा मोंद्रिता चटर्जी के कार्यों की प्रशंसा करते हुए मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने कहा कि वेल डन मोंद्रिता, इसे अभियान बनाओ। उन्होंने उनसे स्वच्छता के इस नेक कार्य से अपने स्कूल के अन्य विद्यार्थियों को भी जोड़ने पर बल दिया। कहा कि अपने गुल्लक के पैसे के अलावा उन्हें भी इस कार्य में योगदान देने के लिए प्रेरित करें। मुख्य सचिव ने कहा कि स्वच्छता से जुड़े इस कार्य से अन्य स्कूल के विद्यार्थियों को भी जोड़ने के लिए वह शिक्षा विभाग को पत्र लिखेंगे। उन्होंने मोंद्रिता से कहा कि वह पेयजल एवं स्वच्छता सचिव से मुलाकात कर लें, ताकि इस नेक कार्य के लिए विभाग की योजनाओं से भी वह जुड़ सकें। मोंद्रिता अपने माता-पिता के साथ झारखंड मंत्रालय में मुख्य सचिव से मिलने आयी थी। इस दौरान उन्हें बापू की 150वीं जयंती पर समर्पित अपने कार्यों से जुड़ी पुस्तिका माई लिटल स्टेप्स टूवार्ड्स क्लीन इंडिया भी भेंट की। मुख्य सचिव ने उनके कार्यों से प्रभावित होकर उन्हें प्रशस्ति पत्र देने की भी बात कही। 14 वर्षीय मोंद्रिता चटर्जी हिलटॉप स्कूल जमशेदपुर की छात्रा है।

2014 से गुल्लक में पैसा जमा कर सबसे पहले 2016 में जमशेदपुर से सटे केंद्राडीह गांव में दो सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया था। इस सफलता के बाद उनकी शिक्षिका मां स्वीटी चटर्जी और मेहरबाई कैंसर अस्पताल जमशेदपुर में कार्यरत पिता अमिताभ चटर्जी भी स्वच्छता के इस नेक कार्य में अपने वेतन का 15 फीसदी हिस्सा देने लगे। कारवां बढ़ चला और अभी तक कुल 10 शौचालय अस्तित्व में आ गये हैं।
समाचार पत्रों से मिली प्रेरणा
बकौल मोंद्रिता, उसे समाचार पत्रों और अन्य लोगों से सुनकर शौचालय बनाने की प्रेरणा मिली। अब वह इस अभियान से अन्य विद्यार्थियों को जोड़ने के साथ विभिन्न स्कूलों और गांवों में स्वच्छता जागरूकता का संदेश फैलाना चाहती है। उसने बताया कि अब उसके गुल्लक में परिचितों, रिश्तेदारों और उसके काम को जानने के बाद कोलकाता, आसाम के अपरिचित लोग भी योगदान कर रहे हैं।

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