पटना। लोक जनशक्ति पार्टी बिहार में अकेले अपनी किस्मत आजमायेगी। कई दिन तक चली रस्साकशी के बाद आखिरकार लोजपा ने रविवार को बिहार में एनडीए से अलग होने का एलान कर दिया। हालांकि पार्टी केंद्र में एनडीए का हिस्सा रहेगी। इसके साथ ही पार्टी ने साफ किया है कि चुनाव के बाद लोजपा के सभी विधायक भाजपा का समर्थन करेंगे। पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने यह घोषणा की। उन्होंने साफ किया कि पार्टी बिहार की 142 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा कि लोजपा को नीतीश कुमार का नेतृत्व किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि लोजपा बिहार चुनाव के लिए अपना विजन डॉक्यूमेंट भी जारी करेगी। इससे पहले सीट बंटवारे को लेकर चिराग पासवान ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ कई बार मुलाकात की थी। चिराग पासवान गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले थे।
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की अध्यक्षता में रविवार को हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई। चिराग पासवान ने सीट बंटवारे को लेकर भाजपा से हुई बातचीत की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि लोजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी ‘बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट’ के नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। लोजपा का कहना है कि चुनाव के बाद पार्टी के तमाम नवनिर्वाचित विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास मार्ग के साथ रहकर भाजपा-लोजपा सरकार बनायेंगे। पार्टी ने उम्मीद जतायी है कि केंद्र की तर्ज पर बिहार में भी भाजपा-लोजपा सरकार बनेगी, ताकि, ‘बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट’ को लागू किया जा सके। लोजपा के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने कहा कि एक-दो दिनों में पार्टी पहले चरण के प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी।
हार्ट सर्जरी के बाद रामविलास की सेहत में सुधार
लोक जनशक्ति पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक शनिवार को होनी थी, पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की तबीयत खराब होने की वजह से इसे रविवार तक के लिए टाल दिया गया। रामविलास पासवान की शनिवार की रात हार्ट सर्जरी की गयी। इसके बाद उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
भाजपा-जदयू 119-119, हम को पांच सीटें
नयी दिल्ली। बिहार विधानसभा की 243 सीटों में जदयू और भाजपा 119 -119 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे और शेष पांच सीटों को जीतनराम मांझी की हम के लिए छोड़ा गया है। भाजपा और जदयू के बीच हुई लंबी बातचीत के बाद इस फॉर्मूले पर सहमति बनी। इससे पहले जदयू, भारतीय जनता पार्टी से करीब 15 से 20 सीटें ज्यादा लड़ने पर विचार कर रही थी, लेकिन भाजपा के नेता सीटों को बराबर बांटने पर अड़े हुए थे। भाजपा ने अपनी आधी-आधी सीटों का फॉर्मूला सेट किया हुआ था और जदयू के सामने यह प्रस्ताव रखा गया कि लोकसभा की तर्ज पर ही विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा जाये। इसे अंत में जदयू ने माना और फिर एक-एक सीट पर चर्चा करके इस पर सहमति दी। इधर भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भी हो रही है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, भूपेंद्र यादव और शाहनवाज हुसैन शामिल हैं।
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