​​नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने गुरुवार को भारतीय नौसेना के प्रमुख लड़ाकू विमानों की परिचालन तैयारी और युद्ध-तत्परता की समीक्षा की। उन्होंने नौसेना कर्मियों के साथ बातचीत के दौरान अपनी ​​युद्ध-लड़ने की क्षमताओं को तेज करने के लिए निर्देश दिए​​नौसेना प्रमुख के​​ सामने अरब सागर में​ किया गया युद्ध परिदृश्य का प्रदर्शन ​किया गया​​​ युद्धपोत विक्रमादित्य​ पर नौसैनिकों को ​संबोधित करके उन्होंने युद्ध​ ​लड़ने की क्षमताओं को ​और ​तेज करने के निर्देश दिए​ ​भारतीय नौसेना प्रमुख ने गोलीबारी अभ्यास, परिचालन तत्परता​, ऑपरेशन लॉजिस्टिक्स की देखभाल करने, मरम्मत और रखरखाव के प्रमुख मुद्दों पर जोर दिया।  
एडमिरल करमबीर सिंह वेस्टर्न नेवल कमांड के कमांडिंग-इन-चीफ, वाइस एडमिरल अजीत कुमार के साथ करवार नेवल बेस पर पहुंचे। उन्होंने साइबर-सुरक्षा के पहलुओं को दोहराते हुए आतंकवादी हमलों के खिलाफ असीमित युद्ध और सभी कर्मियों को उच्चतम स्तर की सतर्कता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। ​​अरब सागर में कारवार नौसैनिक अड्डे पर भारतीय ​​नौसेना प्रमुख के​​ लिए एक वास्तविक समय के ​​युद्ध परिदृश्य का प्रदर्शन किया गया।​ ​नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कैरियर बैरियर ग्रुप को भी ​देखा जिसमें विक्रमादित्य, विध्वंसक, फ्रिगेट, कोरवेट, बेड़े का समर्थन जहाज और अभिन्न स्विंग-रोल फाइटर्स और हेलीकॉप्टर शामिल थे।
 
भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने हथियारों​ की फायरिंग​​, एयर-टू-एयर कॉम्बैट ऑपरेशन, पनडुब्बी रोधी अभ्यास और बेड़े में युद्धाभ्यास का निरीक्षण किया। नौसेना की परिचालन तैयारियों की पूरी समीक्षा के एक हिस्से के रूप में​ विक्रमादित्य ​पर सवार होकर उन्होंने बेड़े की हवाई रक्षा और हमले के लिए कैरियर बैटल ग्रुप की क्षमताओं को देखा। विक्रमादित्य से​ नौसैनिकों को संबोधित करते हुए एडमिरल करमबीर सिंह ने​ कोविड की चुनौतियों के बावजूद संचालन को बनाए रखने के लिए उनकी सराहना की।
Share.

Comments are closed.

Exit mobile version