Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»शाहीन बाग पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी- सार्वजनिक स्थानों पर अनिश्चितकाल के लिए प्रदर्शन नहीं हो सकता
    Breaking News

    शाहीन बाग पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी- सार्वजनिक स्थानों पर अनिश्चितकाल के लिए प्रदर्शन नहीं हो सकता

    sonu kumarBy sonu kumarOctober 7, 2020No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    ​सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि विरोध प्रदर्शन करने के लिए सार्वजनिक स्थान पर अनिश्चित काल के लिए कब्जा नहीं जमाया जा सकता है। जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि संविधान में विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका हैं। विधायिका ने नागरिकता संशोधन कानून को पारित किया है और इस कानून के समर्थक और विरोधी दोनों हैं। इसकी वैधता का सवाल कोर्ट में लंबित है।
    कोर्ट ने शाहीन बाग समेत देश भर में हुए विरोध प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कहा कि शाहीन बाग ने कोई समाधान नहीं दिया। कोरोना महामारी की वजह से इसे हटाना पड़ा। विरोध प्रदर्शनों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अनिश्चितकाल के लिए कब्जा नहीं किया जा सकता है। प्रदर्शनों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कब्जा स्वीकार्य नहीं है। असहमति और लोकतंत्र साथ-साथ चलते हैं लेकिन विरोध प्रदर्शनों का स्थान नियत होना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि हम तकनीकी विकास के जमाने में जी रहे हैं।
    कोर्ट ने कहा कि सोशल मीडिया पर समानांतर बहस होती है लेकिन उसका कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकलता है और उससे उच्च स्तरीय ध्रुवीकऱण होते हैं जो शाहीन बाग में देखने को मिला। प्रदर्शनों से शुरुआत हुई और आम राहगीरों को परेशानी होने लगी। प्रशासन को इलाका खाली कराने के लिए कदम उठाना चाहिए ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो। प्रशासन को अपना काम करने के लिए कोर्ट के आदेश का इंतजार नहीं करना चाहिए।
    कोर्ट ने पिछले 21 सितंबर को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा  था कि अब शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटाया जा चुका है इसलिए इस याचिका पर अब सुनवाई की कोई जरुरत नहीं है। सुनवाई के दौरान जब तुषार मेहता ने कहा  था कि अब लोगों को हटाया जा चुका है और इस याचिका पर सुनवाई की जरुरत नहीं है तब कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं की राय पूछी थी। याचिकाकर्ता अमित सैनी ने याचिका वापस लेने से मना कर दिया था। अमित सैनी ने कहा था कि मसला अभी खत्म नहीं हुआ है। दूसरे याचिकाकर्ता ने कहा था कि ये सुनिश्चित किया जाए कि इस तरह से सड़क न रोकी जाए। ऐसे विरोध जारी नहीं रह सकते। सड़कों को ब्लॉक करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद प्रदर्शन सौ दिनों के लिए चलते रहे। इस मामले में सुनवाई होनी चाहिए और दिशानिर्देश पास करना चाहिए।
    शाहीनबाग आंदोलनकारियों की ओर से वकील महमूद प्राचा ने कहा था कि प्रदर्शन के लिए एक समान नीति होनी चाहिए। अगर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन हो रहा है तो इसके लिए दिशानिर्देश की जरुरत नहीं है। तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है लेकिन किसी दूसरे के अधिकार पर अतिक्रमण करके नहीं , लोकतांत्रिक व्यवस्था में संतुलन जरुरी है।
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleशोपियां मुठभेड़ में दो आतंकी ढ़ेर, मुठभेड़ जारी
    Next Article यूं ही पाला नहीं बदला है दिग्गज राजेंद्र सिंह ने
    sonu kumar

      Related Posts

      भारत ने पिछले 11 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से परिवर्तन देखा: प्रधानमंत्री मोदी

      June 9, 2025

      ठाणे में चलती लोकल ट्रेन से गिरकर 6 यात्रियों की मौत, सात घायल

      June 9, 2025

      प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी

      June 9, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • भारत ने पिछले 11 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से परिवर्तन देखा: प्रधानमंत्री मोदी
      • ठाणे में चलती लोकल ट्रेन से गिरकर 6 यात्रियों की मौत, सात घायल
      • प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी
      • हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किए
      • ‘हाउसफुलृ-5’ ने तीसरे दिन भी की जबरदस्त कमाई, तीन दिनों का कलेक्शन 87 करोड़
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version