रांची । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंकज मिश्रा को फोन से बात कराने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया है। इन्हीं दो लोगों के जरिए पंकज मिश्रा फोन से कई लोगों से बात करते थे। पंकज मिश्रा ने फोन के जरिए 12 से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों से बात की है। हिरासत में लिए गए दोनों पंकज मिश्रा के स्टाफ बताए जा रहे हैं। ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक उनके पास मनी लॉन्ड्रिंग के कुछ हालिया मामलों के कुछ संदिग्धों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल फोन के बारे में जानकारी थी। ईडी की ओर से पंकज मिश्रा द्वारा अवैध गतिविधियों से अर्जित लगभग 42 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति की पहचान की गई है। ईडी द्वारा गिरफ्तार पंकज मिश्रा, बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। उसने राज्य में अब तक अवैध खनन से अर्जित लगभग एक हजार करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों की ‘पहचान’ की है।

ईडी के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इस मामले में 47 तलाशी अभियान चलाए गए, जिनमें 5.34 रुपये की नकदी, 13.32 करोड़ रुपये बैंक जमा राशि, 30 करोड़ रुपये मूल्य का पानी जहाज, पांच स्टोन क्रशर और दो ट्रक जब्त किये गए हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, छापेमारी में दो एके-47 राइफल भी बरामद हुए हैं, जिन्हें बाद में झारखंड पुलिस ने अपना बताया था।

ईडी ने अपनी चार्जशीट में खुलासा किया है कि झारखंड में 1000 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन हुआ है। ईडी ने बताया है कि मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा को ‘राजनीतिक संरक्षण’ प्राप्त है, क्योंकि वह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का राजनीतिक प्रतिनिधि है और उनके विधानसभा क्षेत्र में संचालित कथित अवैध खनन गतिविधियों को अपने सहयोगियों के जरिये ‘नियंत्रित’ करता है।

उल्लेखनीय है कि बीते 16 सितंबर को ईडी ने रांची की विशेष पीएमएलए अदालत में पंकज मिश्रा और उसके दो सहयोगियों-बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। पंकज मिश्रा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि हैं और फिलहाल रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती है। ईडी ने पंकज मिश्रा को बीते 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था।

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