- व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता में महिला शिक्षिका ने रची थी साजिश
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। रांची पुलिस ने चार साल बाद रांची के शिक्षक शिवप्रसाद की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस के मुताबिक बायोलॉजी शिक्षिका श्वेता मालिनी ने ही केमिस्ट्री के शिक्षक शिवप्रसाद की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस जांच में यह बाते सामने आयी कि शिक्षिका श्वेता मालिनी ने अपने ही सहयोगी रहे केमिस्ट्री के शिक्षक शिवप्रसाद की हत्या सुपारी देकर करवा दी थी। रांची पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
शिव प्रसाद की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने बायोलॉजी शिक्षिका श्वेता मालिनी, कृष्णा प्रसाद के साथ-साथ गोली मारनेवाले दोनों शूटरों अशोक लकड़ा और रोहित सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. 7 जुलाई 2018 को रांची के गुरुनानक स्कूल के शिक्षक शिव प्रसाद की हत्या लालपुर थाना क्षेत्र में कर दी गयी थी। इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए रांची पुलिस ने काफी मशक्कत की। अंतत: चार साल बाद उसने हत्या की गुत्थी सुलझायी।
रांची के एसएसपी को जानकारी मिली कि रांची के होटवार जेल में बंद कृष्णा नाम के व्यक्ति का इस हत्याकांड से सीधा जुड़ाव है। पुलिस जब मामले की तफ्तीश में जुटी तब यह जानकारी मिली कि शिवप्रसाद पहले तनीषा कोचिंग सेंटर में पढ़ाया करते थे। उस कोचिंग सेंटर में कृष्णा प्रसाद नाम का व्यक्ति भी काम किया करता था, जो श्वेता मालिनी का काफी करीबी था। एक ठोस कड़ी मिलते ही सिटी डीएसपी और लालपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार ने सबसे पहले कृष्णा से पूछताछ की, जिसमें उसने राज खोल दिये।
उसने पुलिस को बताया कि उसने ही अशोक लकड़ा और रोहित सिंह नामक दो अपराधियों को शिवप्रसाद की हत्या के लिए 50 हजार की सुपारी एडवांस में दी थी। हत्या का सौदा दो लाख में तय हुआ था। जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम ने छापेमारी कर अशोक और रोहित दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे मामले में सुपारी देने वाली श्वेता मालिनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में टेक्निकल एविडेंस के लिए पुलिस ने श्वेता मालिनी का सीडीआर भी निकाला है, जिसमें इस बात के सुबूत मिले हैं कि कृष्णा और श्वेता मालिनी के बीच काफी बातचीत हुई है। रांची एसएसपी ने बताया कि व्यावसायिक रंजिश की वजह से गुरुनानक के केमिस्ट्री शिक्षक शिवप्रसाद की हत्या की साजिश रची गयी थी।