आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बड़ा बयान दिया है। उनके इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है। निशिकांत दुबे ने कहा है कि देवघर में झारखंड का सबसे बड़ा मनरेगा का घोटाला हुआ है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी तो आइएएस पूजा सिंघल के कार्यकाल में खूंटी में हुआ घोटाला छोटा पड़ जाएगा। सांसद देवघर में अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे उस दौरान उन्होंने यह बातें कहीं।

अधिकांश योजनाएं अधूरी-निशिकांत
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि निगरानी समिति का चेयरमैन होने के नाते शनिवार को सोनारायठाढ़ी में मनरेगा योजनाओं की जांच करने के लिए पहुंचा। उन्होंने कहा कि वह अपने साथ बीडीओ समेत अन्य अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों को भी लेकर आए थे। इतना ही नहीं बीडीओ ने जिन योजनाओं को पूरा बताया उसका निरीक्षण किया गया। जिसमें उन्होंने पाया कि अधिकांश योजनाएं अधूरी है जबकि कहीं पर योजना का बोर्ड नहीं लगा है। डोभा और तालाब से लेकर ट्रेंच कटिंग तक के काम पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब अधूरी योजनाओं को पूरा दिखा कर एक पंचायत में पैसे की निकासी कर ली गई है तो जिले भर में चल रही योजनाओं के हाल का अंदाजा लगाया जा सकता है।

सीबीआई जांच के बाद दोषी अधिकारियों को जाना पड़ेगा जेल
सांसद ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने गत ढाई वर्षो में ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए 300 करोड़ रुपए भेजे हैं। एक पंचायत की योजनाओं को देखने के बाद बाकी का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में 200 करोड़ का मानदेय का घोटाला हुआ है। जिसमें नीचे से लेकर ऊपर तक पहुंचाया गया है। पूरे मामले की जांच को लेकर सीबीआई जांच के बाद दोषी अधिकारियों को जेल जाना पड़ेगा।

 

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