पटना।पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि न्यायालय में शपथपत्र देकर जब राज्य सरकार ने जातीय सर्वे के व्यक्तिगत आंकड़े सार्वजनिक नहीं करने की बात कही थी, तब उपेंद्र कुशवाहा के परिवार के आंकड़े जारी होना कई सवाल खड़े करता है।
सुशील मोदी ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि जदयू प्रवक्ता के पास ये आंकड़े कैसे आये ? कितने लोगों के ऐसे आंकड़े कितने लोगों को लीक किये गए ? ऐसे सवालों का उत्तर सरकार को देना होगा।उन्होंने कहा कि कुशवाहा या किसी भी व्यक्ति के आंकड़े जारी करना निजता के अधिकार का उल्लघन और कोर्ट की अवमानना है।
सुशील मोदी ने कहा कि सर्वे में फर्जीवाड़ा होने और कई जातियों की संख्या बहुत कम या बहुत ज्यादा दर्ज करने की शिकायतों को भी गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जातीय सर्वे को पूरी तरह त्रुटिहीन और प्रमाणिक बता कर मुख्यमंत्री सारी गड़बड़ियों पर पर्दा डाल रहे हैं।