रांची । भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने शनिवार को बयान जारी कर झामुमो प्रवक्ता से सवाल करते हुए कहा कि झामुमो योगेंद्र तिवारी मामले में एसआईटी गठित करने से पहले एफआईआर दर्ज करने की मांग क्यों नहीं करती?
उन्होंने कहा कि आखिर योगेंद्र तिवारी को शराब का ठेका किसने दिया? किसने टेंडर में ऐसे नियम जोड़े, जिसके कारण कोई साधारण ठेकेदार टेंडर भर ही नही पाए। आखिर शराब के टेंडर में 25 लाख रुपये का नॉन रिफंडेबल राशि का नियम किसके इशारे पर बनाया गया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कौन कौन पदाधिकारी इस साजिश में शामिल थे और किसके इशारे पर शराब के टेंडर की शर्तें बदली जा रही थी। उन्होंने कहा कि ईडी की जांच चल रही है। सच सामने आएगा ही लेकिन जिसपर शंका की जा रही आखिर मुकदमा दर्ज क्यों नहीं कराती राज्य सरकार। उन्होंने कहा कि झामुमो को पता है कि अब सच जल्दी उजागर होने वाला है। इसलिए बौखलाहट में फिर जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है।