रांची। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शनिवार को रांची आये। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा है कि झारखंड की जनता से पूर्व में किये गये वादों और उन पर खरा नहीं उतरने को लेकर जनता में नाराजगी है। इससे चुनाव में उन्हें गहरा सबक मिलेगा। हेमंत सरकार की वादाखिलाफी का जिक्र करते हुए कहा है कि चुनाव में जनता सत्ता से बाहर करने को तैयार है। उन्होंने कहा है कि राहुल जिस संविधान की रक्षा के लिए पूरे देश में यात्राएं कर रहे हैं, उसी संविधान का उल्लंघन करते हुए झारखंड में पिछले पांच सालों से आदिवासियों पर इस राज्य में दमन और अत्याचार होता रहा, तब आप कहां थे?
आप पूरे देश में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के अधिकारों की बात कर रहे हैं, लेकिन झारखंड में आपकी सरकार होने के बावजूद पिछड़ों को त्रिस्तरीय चुनाव में उनका आरक्षण नहीं मिला है। दलितों और आदिवासियों की जमीनें लूट कर बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाया जा रहा है। संविधान हर नागरिक को वोट देने की आजादी देता है, लेकिन आपने और आपके सहयोगी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बांग्लादेश से आये घुसपैठियों को वोटर बना कर संवैधानिक नियमों का उल्लंघन करते हुए अपनी पार्टी और जेएमएम को गैर-संवैधानिक लाभ पहुंचाने की कोशिश की है। यह सब आपकी आंखों के सामने हो रहा है, लेकिन आप चुप हैं।
हेमंत सरकार ने सबों को ठगा
बाबूलाल ने कहा है कि कांग्रेस झामुमो-कांग्रेस-राजद की सरकार के सहयोगी दल जेएमएम के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई में युवाओं को नौकरियों का झांसा देकर उनके फार्म के पैसे दलालों में बांट दिये जाते हैं। दलालों और बिचौलियों द्वारा परीक्षा लीक करवायी जाती है और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था, तब आप कहां थे?
हेमंत सोरेन ने राज्य के युवाओं, माताओं और बहनों से अनेकों वादे किये, लेकिन एक भी वादा धरातल पर पूरा नहीं हुआ। उनके सहयोगी होने के नाते, क्या आप संविधान की कसम खाकर कह सकते हैं कि आपने जनता के हित में काम किया है? राज्य के संसाधनों को बिचौलियों के हाथों बेचा जा रहा है, राज्य भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है। आपके नेता धीरज साहू के ठिकानों से 300 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की गयी है। क्या आप इन भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देंगे?
जिस संविधान की आप बात कर रहे हैं, उसकी रक्षा की जिम्मेदारी राज्य के मुख्यमंत्री की है। लेकिन राज्य की जनता अब यह मान चुकी है कि संविधान का रक्षक ही संविधान का भक्षक बन चुका है। बात चाहे युवाओं की बेरोजगारी हो, महिलाओं की सुरक्षा की हो, या आदिवासियों के अधिकार की, हर मोर्चे पर आपकी सरकार विफल रही है।