बेरमो। बेरमो अनुमंडल के सीसीएल कथारा क्षेत्र अंतर्गत कथारा वाशरी परियोजना में ग्रेच्युटी एवं लिव इंकैशमेंट विभाग पद पर ग्रेड वन क्लर्क के पद पर कार्यरत सुरेश ठाकुर को सीबीआइ धनबाद की टीम ने रंगे हाथ घूस लेते हुये सोमवार की रात्रि गिरफ्तार कर अपने साथ धनबाद ले गई। बताया जा है कि कथारा वाशरी परियोजना से सेवानिवृत हुये पंप ऑपरेटर गोपीनाथ मांझी के पे पोटक्शन के एरियर की राशि के भुगतान के एवज में सुरेश ठाकुर द्वारा 15 हजार रुपए घूस की मांग की गयी थी।

परियोजना में ही रॉकोल सेक्शन में फोरमैन के पद पर कार्यरत एटक नेता रामविलास रजवार के द्वारा सुरेश ठाकुर के द्वारा रिश्वत मांगे जाने से संबंधित लिखित शिकायत 21 सितंबर को धनबाद क्षेत्र के सीबीआइ शाखा टीम को मिली थी। 23 सितंबर को सीबीआइ के टीम द्वारा रामविलास से संपर्क कर वॉयस रिकार्ड के सारे संसाधन उपलब्ध कराए गये। उसे लेकर राशि के लेन देन की सारी रिकार्डिंग हुई। सोमवार को सीबीआइ की एसीबी विंग की टीम ने रामविलास से संपर्क साधा एवं केमिकल लगे 15 हजार के नोट उन्हें सुरेश ठाकुर को देने के लाए दिए। सीबीआइ अधिकारियों द्वारा जाल बिछाकर उसमें से एक सेवानिवृत गोपीनाथ मांझी का बेटा बनकर रामविलास के साथ कार्यालय में सुरेश ठाकुर के पास शाम को पहुंचा।

कार्यालय में पैसे के लेन देन होते ही पूरी टीम ने सुरेश को रंगे हाथ धर दबोचा। इसके बाद उन्हें कार्यालय में ही बैठाकर पूछ ताछ करने लगे। इसके बाद टीम के पांच अधिकारी सुरेश ठाकुर के कथारा दो नंबर स्थित आवास संख्या-एमक्यू-300 पहुंचे। वहां जमीन, पैनकार्ड, आधार कार्ड सहित कई कागजात अपने कब्जे में लेकर परिवार को रिसिविंग दी। सोमवार देर शाम तक परियोजना कार्यालय में पीओ विजय कुमार की उपस्थिति में पूछताछ का सिलसिला जारी रहा। टीम में लगभग 15-20 अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल थे।

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