रांची। झामुमो ने झारखंड में बने एनडीए गठजोड़ पर तंज कसा है। कहा कि आज झारखंड में लूट, समाज को बांटने, समाज में जहर घोलने, जाति-धर्म की फसाद खड़ा करने के लिए एक नापाक गठजोड़ का स्वरूप दिखा। आजसू पर तंज कसते हुए कहा कि जो पिछली बार गांव की सरकार बनाने निकले थे, अब सरकार बदलने के लिए वह पार्टी दस पर आकर अटक गयी। अब सरकार बदलने के लिए पता नहीं 10 में एक सीट भी जीत पायेंगे या नहीं, यह तो 23 नवंबर को पता चल पायेगा। जिसकी बदौलत केंद्र में सरकार में है, जिसकी बैशाखी पर दिल्ली में सरकार है, वह दो सीट पर आकर सिमट गये। एक केंद्रीय मंत्री एक सीट के लिए याचना करते रहे। मगर झारखंड में यह गठजोड़ नहीं चलेगा, आगामी 13 एवं 20 नवंबर को झारखंड के आदिवासी-मूलवासी, किसान, युवा, ग्रामीण, महिला ऐसी चोट करेंगे कि यह लोग डबल डिजिट में भी नहीं आ पायेंगे। रही बात भाजपा की तो यहां पर कॉरपोरेट लूट के लिए यह गठजोड़ उसने बनाया है। ये बातें पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आयोजित एक प्रेस वार्ता में कही।

झामुमो में एक नहीं हजारों आने को तैयार, मगर हमने कह दिया अभी नो एंट्री
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज जो लोग झामुमो में आये वह एक बानगी थी। अभी तो इनके कैंडिडेट आने बाकी हैं, सूची जारी होते ही तबाही मचेगी। एक नहीं हजारों हमारे दल से संपर्क में हैं। मगर हमने कहा दिया है कि अभी नो एंट्री, पहले पश्चाताप करो, फिर संघर्ष करो, तब ही मिलेगी एंट्री। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में आज दो दलित नेता शामिल हुए। उन्होंने बताया कि वो जहां थे, वहां न तो उन्हें बोलने की आजादी थी, ना अपने लोगों के लिए कुछ करने की। वे लोग घुटन महसूस कर रहे थे। इससे पता चलता है कि भाजपा एवं उनके सहयोगी दलों में आदिवासी, दलित और वंचित समाज के लोगों की क्या स्थिति है, क्या सोच है।

 

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