-दोनो देश के अधिकारियों की हुई बैठक
पूर्वी चंपारण। पड़ोसी देश नेपाल से आयात व निर्यात में होने वाली परेशानियों के समाधान को लेकर रक्सौल कस्टम कार्यालय में अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें कस्टम के अधिकारी, एफएसएसएआई कोलकाता के प्रतिनियुक्त अधिकारी, कस्टम कर्मी व सीएचए के एक संयुक्त रूप में शामिल रहे।

बैठक की अध्यक्षता सीमा शुल्क पटना के संयुक्त आयुक्त पिंकी कुमारी ने की। बैठक में आयातकों व निर्यातकों ने खाद्य,तेल व अन्य पेय पदार्थ के नेपाल से आयात में होनी वाली कठिनाईयों पर विस्तृत चर्चा की।उन्होने कहा कि नेपाल से खाद्य, तेल व अन्य पेय पदार्थ भारत में आयात के दौरान एफएसएसएआई के मानक के अनुसार प्रयोगशाला में सैंपल कराना अनिवार्य है। रक्सौल ड्राई पोर्ट से होने वाले उपरोक्त वस्तुओं के आयात के दौरान सैंपलिंग की जांच के लिए कोलकाता भेजा जाता है। जिसका रिपोर्ट आने में करीब 15 से 20 दिन का समय लगता है। जबकि बिहार के अन्य पोर्ट जैसे जोगबनी, सोनवर्षा, भीठामोर आदि के सैंपल की जांच रक्सौल स्थित एफएसएसएआई प्रयोगशाला में ही होता है। जिसकी रिपोर्ट दो से तीन दिन में ही मिल जाता है।

इस कारण रक्सौल पोर्ट से उपरोक्त वस्तुओं के आयातकों व निर्यातकों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। बैठक के दौरान संयुक्त आयुक्त पिंकी कुमारी ने एफएसएसएआई के अधिकारियों को सैंपल में होने वाली उपर्युक्त कठिनाईयों को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा।जिस पर एफएसएसएआई कोलकाता के प्रतिनियुक्त अधिकारी ने कठिनाईयों को दूर करने का आश्वासन दिया। बैठक में सहायक आयुक्त रामानंद सिंह, अधीक्षक अजय कुमार गुप्ता, सुशील कुमार सिन्हा, असीम कुमार मंडल सहित अन्य मौजूद थे।

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