भोपाल। मध्य प्रदेश में जहरीली कोल्ड्रिफ कफ सिरप से 23 मासूम बच्चों की मौत के मामले में तमिलनाडु स्थित श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक गोविंदन रंगनाथन को एसआईटी ने चेन्नई से गिरफ्तार कर शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच छिंदवाड़ा जिले के परासिया की कोर्ट में पेश किया गया, जहां पुलिस ने पूछताछ के लिए उसकी रिमांड की मांग की। प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट जस्टिस शैलेंद्र उइके की कोर्ट ने रंगनाथन को 10 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा है। इस दौरान कोर्ट परिसर में आरोपित रंगनाथन पर हमले की कोशिश की गई। वहां मौजूद लोगों ने मारो और फांसी दो के नारे लगाए।

मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप से अब तक 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस मामले की जांच के लिए मप्र सरकार द्वारा गठित विशेष टीम (एसआईटी) ने बुधवार की रात सिरप बनाने की कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल के मालिक गोविंदन रंगनाथन को बुधवार की रात चेन्नई से गिरफ्तार किया था और वहां स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड की मांग की। गुरुवार की रात चेन्नई से उसे लेकर रवाना हुई टीम नागपुर होते हुए शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे छिंदवाड़ा पहुंची। इसके बाद उसे छिंदवाड़ा से परासिया ले जाया गया, जहां सुबह 11 बजे से रंगनाथन को परासिया थाने में अभिरक्षा में रखा गया था।

एसआईटी शाम को रंगनाथन को लेकर परासिया कोर्ट पहुंची। कोर्ट परिसर के बाहर भीड़ लगी हुई थी। मामले को लेकर लोगों में काफी आक्रोश था। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा। एसआईटी आरोपित रंगनाथन को प्रथम श्रेणी न्यायाधीश शैलेंद्र उइके की अदालत में पेश किया। कोर्ट ने उसे पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड पर सौंपा है।

पुलिस के अनुसार रंगनाथन से पूछताछ में यह पता लगाया जाएगा कि कोल्ड्रिफ कफ सिरप के निर्माण में क्या अनियमितताएं हुईं और मध्य प्रदेश में इसकी सप्लाई किन लोगों के जरिए की गई। एसआईटी ने कंपनी के प्रोडक्शन रिकॉर्ड, दवा के सैंपल और कई दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।

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