नई दिल्ली। भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर 14वें दौर की वार्ता 6 अक्टूबर से शुरू होने जा रही है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष वॉन डेर लेयेन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस साल के अंत तक एफटीए को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा है।
यूरोपीय संघ के राजदूत हर्वे डेल्फिन ने शनिवार को भारत में यूरोपीय व्यापार महासंघ (एफईबीआई) की दूसरी वार्षिक आम बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष इस वर्ष के अंत तक इस समझौते को अंतिम रूप देने के लक्ष्य के साथ तेजी से बातचीत को आगे बढ़ा रहे हैं।
एफईबीआई की दूसरी वार्षिक आम बैठक में बोलते हुए हर्वे डेल्फिन ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में पहले से ही बड़ी संख्या में यूरोपीय व्यापार मौजूद हैं, जो मुक्त व्यापार समझौता के और भी ज्यादा अवसर खोल सकता है। एफईबीआई के एक नए सर्वेक्षण के अनुसार 6,000 से ज्यादा यूरोपीय कंपनियां भारत में काम कर रही हैं और 30 लाख से ज्यादा रोजगार पैदा कर रही हैं। ये कंपनियां न केवल निवेश करती हैं, बल्कि भारत से विनिर्माण, नवाचार और निर्यात भी करती हैं, जिससे प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ विजन में सीधा योगदान मिलता है।
उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है, जिसका वस्तु व्यापार 120 अरब यूरो तक पहुंच गया है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन दोनों से आगे है। एफईबीआई सर्वेक्षण के अनुसार सेवाओं सहित, द्विपक्षीय व्यापार 180 अरब यूरो तक पहुंच गया है।