रांची। क्षत्रिय गौरव की ओर से धुर्वा स्थित पुराना विधानसभा सभागार में शनिवार को गौरव एकता बैठक का आयोजन कर राजपूत समाज को संगठित करने और फरवरी माह में महासम्मेलन करने का निर्णय लिया गया। महासम्मेलन की तिथि सभी जिलों में संगठन खड़ा होने के बाद घोषित की जाएगी। बैठक में जिले के प्रत्येक वार्ड में व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ने पर जोर दिया गया, ताकि समुदाय सुख–दुख की साझेदारी कर सकें और एक मंच पर आएं।
एकजुट नहीं है राजपूत समाज
कार्यक्रम में क्षत्रिय गौरव के संस्थापक प्रवीण सिंह ने कहा कि राजपूत समाज की सहायता हर कोई चाहता है, लेकिन एकजुट न होने के कारण राजनीतिक रूप से राजपूत समुदाय पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि आज हम अपने ही घर की लड़ाई में उलझे हैं, इसे खत्म करना होगा। जब तक हम खुद को मजबूत नहीं करेंगे, कोई हमारा भला नहीं करेगा। एकजुट रहेंगे तभी राजनीतिक भागीदारी मिलेगी। हर कोई हमारे समाज के पास चलकर आएगा। उन्होंने साफ कहा कि क्षत्रिय गौरव का मकसद नया संगठन बनाना नहीं बल्कि घर-घर जाकर लोगों को जोड़ना और इगो दूर करना है। सभी एक मंच पर एकजुट हों तभी क्षत्रिय समुदाय का राजनीतिक आर्थिक और अन्य हर दिशा में विकास संभव है।
उन्होंने दावा किया कि झारखंड में अब तक आठ लाख से अधिक राजपूतों की संख्या दर्ज हो चुकी है। कार्यक्रम में कई सांसद और विधायक शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता हमेशा झुकती है, लेेकिन अपनी बात मनवाने वाला होना चाहिए। हम एकजुुट होंगे तो हर दरवाजा खुलेगा।
मुखर होकर आवाज करनी होगी बुलंद : सुनील
वहीं पूर्व सांसद सुनील सिंह ने कहा कि समाज को मुखर होकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। सुरेंद्र सिंह ने संगठन को मंडलवार ढांचे में मजबूत करने की बात कही। डॉ अजय शाहदेव ने रांची को राजपूतों का गढ़ बनाने और समाज को राज्यसभा तक प्रतिनिधित्व दिलाने पर जोर दिया।
युवा रवि प्रताप सिंह ने राजनीति में सक्रियता बढ़ाने का आह्वान किया। अभिषेक सिंह ने छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर काम करने की रणनीति की बात कही। बबीता सिंह ने हर वार्ड में लोगों को जोड़ने की घोषणा की। संतोष सिंह ने संगठन की मजबूती पर बल दिया, जबकि लाल सूरज नाथ शाहदेव ने मंडलवार बैठकें कर सूची तैयार करने का सुझाव दिया।
बैठक की अध्यक्षता अमरेंद्र सिंह ने की
कार्यक्रम में प्रवीण सिंह, पूर्व सांसद सुनील सिंह, डॉ अजय शाहदेव, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष सत्यनारायण सिंह, नीलू सिंह, खूंटी के मनोज सिंह, सुनील सिंह सहित राज्यभर से बड़ी संख्या में आए राजपूत समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे।