लखनऊ:  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर नोटबंदी के जरिये जनता के संवैधानिक अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि अपने सांसदों और विधायकों के बैंक खातों का हिसाब मांगने वाले मोदी को इसकी शुरुआत खुद तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से करनी चाहिये। ममता ने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के साथ संयुक्त रूप से नोटबंदी के खिलाफ यहां आयोजित रैली में मोदी को तुगलक और हिटलर से भी ज्यादा स्वेच्छाचारी शासक बताते हुए ‘नोटबंदी वापस लो नहीं तो मोदी जी वापस जाओ’ का नारा दिया।

उन्होंने कहा कि ‘छुपा रुस्तम’ बनकर भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल इत्यादि का धन विदेशी बैंकों में जमा करने के बाद जनता के धन पर धावा बोलने वाले प्रधानमंत्री आने वाले वक्त में लोगों की जमीन और घर भी छीन लेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने सांसदों और विधायकों के खातों का हिसाब मांगा है लेकिन उन्हें इसकी शुरुआत खुद से और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से करनी चाहिये। नोटबंदी से ऐन पहले भाजपा और उसके अध्यक्ष के नाम पर बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदी गयीं। नोटबंदी को बड़ा घोटाला और ‘ब्लैक इमरजेंसी’ करार देते हुए ममता ने इसके खिलाफ अभियान को जनान्दोलन बनाने का आह्वान किया और कहा कि यह आजादी की लड़ाई है और हमें इसे छोड़ना नहीं चाहिये। मोदी के कारण देश की आजादी को खतरा है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान एक व्यक्ति की मर्जी से नहीं बल्कि जनता की मर्जी से चलता है। मोदी को यह याद रखना होगा। मोदी जबर्दस्ती कर रहे हैं। यहां तक कि आपातकाल में भी ऐसा नहीं हुआ था।

ममता ने कहा कि नोटबंदी पूरे देश का मसला है। इसे लेकर संसद में पूरा विपक्ष एकजुट है। उत्तर प्रदेश में तृणमूल कांग्रेस और सपा एक साथ आये हैं। उन्होंने रैली के आयोजन और उसमें अपने मंत्रियों को भेजने के लिये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आभार व्यक्त किया।

इसके पूर्व, सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य किरणमय नन्दा ने इस मौके पर कहा कि नोटबंदी के मामले पर सपा ममता के साथ है। विदेश से कालाधन लाने की बात कहकर मुकरने और फिर सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर होहल्ला करने वाली भाजपा पर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में जनता ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने विजय माल्या जैसे लोगों द्वारा लिये गये भारी कर्ज से बैंकों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिये अम्बानी और अडाणी की योजना को अमली जामा पहनाते हुए नोटबंदी का कदम उठाया और गरीब जनता के पाई-पाई जोड़कर जमा किये गये धन को काला धन बताकर बैंकों में जमा कराया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश का संदेश लेकर पहुंचे प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री अरविन्द सिंह गोप ने इस मौके पर कहा कि ममता अपने तमाम संघर्षों के तहत नोटबंदी के खिलाफ लड़ाई भी जीतेंगी। केन्द्र सरकार ने निकट भविष्य में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों को भ्रमित करने के लिये नोटबंदी का कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार है जब आम आदमी अपना ही धन बैंक से नहीं निकाल पा रहा है। इस मौके पर प्रदेश सरकार के मंत्री पवन पाण्डेय, फरीद महफूज किदवई तथा रविदास मेहरोत्रा भी मौजूद थे।

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