पटना: बिहार की सत्ता से बेदखल होने के बाद आरजेडी प्रमुख सत्ता पाने के नए रास्ते तलाश कर रहे हैं, लेकिन सत्ता वापसी के सभी रास्ते बंद होते देख लालू यादव भी अब ‘बाबा’ के सरण में आ गए है। इसके अलावा बाबा के सरण मे जाने का एक बड़ा कारण यह हो सकता है कि मौजूदा दौर लालू परिवार के लिए बड़ी मुशीबतों का दौर है, शायद इसी लिए लालू यादव ने तांत्रिक शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया है।
आपको बता दें कि लखनऊ के रहने वाले शंकर चरण त्रिपाठी सेल्स टैक्स अधिकारी रह चुके हैं, बताया जाता है कि लालू यादव पिछले लंबे समय से इनके संपर्क में चल रहे थे। गौर हो कि लालू यादव काफी पहले से तंत्र-मंत्र पर विश्वास रखते हैं। इससे पहले वह ‘पगला बाबा’ के भक्त थे, जिनके कहने पर उन्होंने सफेद कुर्ते की जगह रंगीन कुर्ते पर जोर दिया था। बताया जाता है कि पगला बाबा की भविष्यवाणी के बाद ही बिहार में लालू और नीतीश की सरकार बनी थी।
खबरों के अनुसार पगला बाबा भी वहीं बाबा ते, जिन्हें लालू यादव ने खास सम्मान दिया है। हालांकि बिना किसी राजनीतिक अनुभव के त्रिपाठी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए जाने पर विरोधी कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं, इस क्रम में बिहार के उप मुख्यंमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि लालू तंत्र-मंत्र के सहारे सत्ता वापसी चाह रहे हैं लेकिन अब यह नामुमकिन है।
उन्होंने कहा कि प्रवक्ता क्यों बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देते तो और सही रहता, हालांकि अब देखने वाली बात यह होगी लालू को इस फैसले का कितना फायदा होता है, क्या भ्रष्टाचार के जाल इंद्रजाल में फंसे लालू परिवार को बाबा निकाल पाते है, या फिर लालू का यह पैतरा भी खाली जाता है?