झारखंड के पलामू के सतवरवा ब्लॉक में पुलिस एनकाउंटर में 12 लोगों को माओवादी बताकर मार जाने के मामले में हाईकोर्ट ने चार हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है. राज्य सरकार की गृह विभाग और डीजीपी चार हफ्ते में जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेंगे.

वर्तमान में चल रही पुलिस और सीआईडी की जांच रिपोर्ट भी कोर्ट में चार हफ्तों में पेश करना होगा. इसके साथ ही पुलिस अधिकारी हेमंत टोप्पो और इंस्पेक्टर हरीश पाठक के बयान के लिए भी कोर्ट ने आदेश दिया है. मामले पर आर एस मजुमदार अधिवक्ता का कहना है कि, कोर्ट ने सभी रिपोर्ट चार हफ्तों में पेश करने के लिए कहा है. सीआईडी ने जो जांच शुरू किया है. पुलिस ने जो प्रमाण दिए है कोर्ट में सभी तथ्यों की पेशी होगी. उसके बाद ही मारे गए लोगों के बारे में सच पता चलेगा.

जवाहर यादव ने 5 जून 2015 को पुलिस के एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर बताते हुए सीबीआई जांच की मांगी की थी. जवाहर यादव ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि, उनके भाई उदय यादव को घर से बुलाकर गोली मार दी गई और इसे माओवादियों का एनकाउंटर बता दिया गया. यादव का कहना है कि पुलिस ने आर्म्स और हथियार फेंक दिए थे जिसे देखकर साफ पता चलता है कि, मामला फर्जी है.

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