रांची सिविल कोर्ट में आज उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब एक युवती बेहोश हो गयी. स्थानीय लोगों और परिजनों के संभालने के बाद जब युवती होश में आयी तो निशाने पर थे अधिवक्ता सुजय दयाल.
रांची के डोरंडा की गौसिया परवीन के मुताबिक उसका 2014 में अपहरण हुआ था. फिर उसकी बहन का भी अपहरण हुआ और बाद में उसके पिता पर दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ. तीन मामलों में वो लगातार कोर्ट में पेश होती आ रही है. लेकिन विपक्ष के वकील उसे परेशान कर रहे हैं और गाली से संबोधित करते हैं.
हालांकि अधिवक्ता सुजय दयाल से जब बात करने की कोशिश की गई तो पहले वो भड़क गए. बाद में किसी तरह से बातचीत को तैयार हुआ तो गंदी बात कहने से इनकार करते हुए, कहा कि गौसिया की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. इसलिए वो उनपर हमलावर हो रही है. पुलिस मामले में जांच की बात कही है.
गौसिया के आरोप के आलोक में कोतवाली पुलिस की क्या कार्रवाई होगी ,ये देखने वाली बात होगी. लेकिन पहली नजर में ये मामला न्याय व्यवस्था में छिपी प्रताड़ना को उजागर करता है.