स्पॉट फिक्सिंग से परेशान चल रहे टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज श्रीसंत ने कहा है कि बीसीसीआई फिक्सिंग में शामिल 13 खिलाड़ियों को बचाने की कोशिश कर रही है। श्रीसंत ने कहा कि इन खिलाड़ियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ बीसीसीआई ने षड्यंत्र किया है। बीसीसीआई ने हालांकि श्रीसंत के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। श्रीसंत ने कहा कि जिन खिलाड़ियों को बीसीसीआई बचा रही है उनमें से 5-6 खिलाड़ी तो अभी भी आईपीएल में खेल रहे हैं। श्रीसंत ने कहा कि इन 13 खिलाड़ियों के नाम मुदगल कमेटी की रिपोर्ट में थे। नाम आने के बाद बीसीसीआई ने इन नामों को सार्वजनिक नहीं करने की अपील की थी। उसे शंका थी कि नाम सामने आने से भारतीय क्रिकेट को नुकसान हो सकता था। श्रीसंत ने कहा कि इस पूरे मामले में मैंने और मेरे परिवार ने काफी दुख और बदनामी का सामना किया है। मेरी भगवान से प्रार्थना है कि इस तरह का दौर किसी और की जिंदगी में नहीं आए। गौरतलब है कि स्पॉट फिक्सिंग में आरोप आने के बाद बीसीसीआई ने क्रिकेट में पाबंदी लगा रखी है।
श्रीसंत के आरोपों को बीसीसीआई ने खारिज किया है। बीसीसीआई की एंटी करप्शन और सेक्योरिटी यूनिट के अधिकारी नीरज कुमार ने कहा कि श्रीसंत को उनके क्रिकेट खेलने पर केरल हाईकोर्ट ने बैन लगा रखा है। जिसके बाद वह इस तरह के बेबुनियाद बयान दे रहे हैं।