ओरमांझी। बिरसा जैविक उद्यान ओरमांझी में एक हाथी ने महावत  महेंद्र सिंह को पटक कर घायल कर दिया। उसे इलाज के लिए मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गयी। घटना रविवार सुबह की है। 55 वर्षीय महेंद्र सिंह बिहार का रहनेवाला था। ओरमांझी जैविक उद्यान में वह पशुपालक का काम करता था। जिस हाथी ने महेंद्र को पटक कर मार डाला, उसका नाम रामू है। इस घटना के बाद जैविक उद्यान बंद कर दिया गया।

जैविक उद्यान के कर्मियों के अनुसार घटना सुबह 8.30 बजे की है। महेंद्र सिंह रोज की तरह हाथी को बाड़ा से बाहर निकालने के लिए पहुंचा। इस दौरान उसके साथ चुन्नीलाल और बैजनाथ महतो भी थे। अचानक हाथी ने महेंद्र के दोनों साथियों को दौड़ा दिया, इसके बाद पीठ पर बैठे महेंद्र को सूढ़ से पकड़ कर झाड़ियों में पटक दिया, जिससे महेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। जैविक उद्यान में रामू के साथ सम्राट नाम का भी हाथी है। 15 वर्षीय हाथी को चाईबासा के जंगलों से लाया गया था। महेंद्र ही बचपन से रामू की देखरेख करता था।

महेंद्र के शव को मेदांता के मर्चरी में रखा गया है। उनके दोनों बेटों के आने का इंतजार है। एक बेटा पंजाब और दूसरा छत्तीसगढ़ में रहता है। उन्हें सूचना दे दी गयी है। उन्होंने कहा कि उनके आने पर शव का पोर्स्टमार्टम किया जायेगा।

12 साल से रामू की सेवा में लगा था महेंद्र : महेंद्र ने जिस रामू (हाथी) की 12 साल सेवा की, बच्चे की तरह पाला। उसी रामू ने उसे मौत के घाट उतार दिया। उसे समय पर खिलाने, नहलाने, ठंड में हीटर की गर्मी देने समेत उसकी सभी जरूरतें पूरी करने की जिम्मेदारी उठा रखी थी महेंद्र ने। हर सुबह रामू को केज से निकाल कर उद्यान के एक निर्धारित क्षेत्र में घुमाना महेंद्र की आदत में शुमार था।

क्या कहते हैं उद्यान निदेशक : जैविक उद्यान निदेशक एसके गुप्ता ने बताया कि घटना रविवार की सुबह 8.30 बजे की है। रामू ने महेंद्र को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। हॉस्पिटल में महेंद्र को मृत घोषित कर दिया गया।

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