रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने विपक्ष पर पारा शिक्षकों के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिस समय मधु कोड़ा के नेतृत्ववाली सरकार थी, उस समय पारा शिक्षकों के कल्याण के लिए गिरिनाथ सिंह की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गयी थी। उस कमेटी ने विभिन्न राज्यों का दौरा भी किया था। उस समय बंधु तिर्की शिक्षा मंत्री थे, लेकिन रिपोर्ट को पहले मधु कोड़ा की सरकार और बाद में हेमंत सोरेन की सरकार ने नजरअंदाज किया।

आज यही सब नेता पारा शिक्षकों को भड़का रहे हैं और घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। श्री शाहदेव ने कहा कि भाजपा के नेतृत्ववाली सरकार ने पारा शिक्षकों के मानदेय में हमेशा वृद्धि की है। प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया, मातृत्व अवकाश और सामान्य अवकाश का प्रावधान किया, रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष किया। कहा कि आज जो विपक्षी नेता पारा शिक्षकों के हिमायती बन रहे हैं, उस समय उनके सुर क्यों बदले गये थे जब वे सत्ता में थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में पारा शिक्षकों के आंदोलन के नाम पर अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं होगी। सख्त सजा मिलेगी।

झारखंड के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करनेवाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा। श्री शाहदेव ने कहा कि अधिकांश शिक्षक पठन-पाठन कार्य में लौटना चाहते हैं लेकिन कुछ दबंग और असामाजिक तत्व उन्हें भयभीत कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों से निर्भीक होकर काम में लौटने की अपील करते हुए कहा कि सरकार उन्हें हरसंभव सुरक्षा देगी।

श्री शाहदेव ने कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सुबोध कांत सहाय के उस बयान पर पलटवार किया जिसमे उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भाजपा के झूठ को घर तक पहुंचायेगी। श्री शाहदेव ने कहा कि भाजपा को तो कांग्रेस के झूठ को घर तक पहुंचाने की आवश्यकता ही नहीं है क्योंकि जनता कांग्रेस की असलियत जान कर उसे अपनी इतिहास का सबसे खराब चुनावी परिणाम दे चुकी है। कहा कि 2014 के बाद 90 प्रतिशत चुनावों में भाजपा की जीत हुई है। स्पष्ट दिखाता है कि जनता का पूरा विश्वास भाजपा के प्रति है और कांग्रेस की झूठ की राजनीति अब इतिहास की बात हो गयी है।

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