रांची। राज्य के हजारों पारा शिक्षक सेवा नियमित करने की मांग को लेकर आंदोलन पर हैं। लाठीचार्ज और गिरफ्तारी विरोध में पारा शिक्षकों ने मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत राज्य के विभिन्न थानों में परिवार संग गिरफ्तारी दी। रांची, बोकारो, धनबाद, पलामू, गुमला, हजारीबाग और कोडरमा समेत अन्य जिलों के थानों में सैंकड़ों की संख्या में पारा शिक्षक पूरे परिवार के साथ गिरफ्तारी देने पहुंचे। एकीकृत पारा शिक्षक संघ के आह्वान शिक्षकों ने गिरफ्तारी अभियान चलाया। एकीकृत पारा शिक्षक संघ के बजरंग प्रसाद, ऋषिकेश पाठक एवं संजय दुबे ने संयुक्त रूप से बताया कि राज्य भर में गिरफ्तारी अभियान चला। लेकिन अभी तक कहीं से गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। लगभग सभी जगह थाने से ही पारा शिक्षकों को वापस कर दिया गया। गिरफ्तारी के दौरान पारा शिक्षक थाना परिसर में ही नारेबाजी प्रदर्शन करते रहे।
पलामू में गिरफ्तारी अभियान कल
वहीं, पलामू में पारा शिक्षक 22 नवंबर को गिरफ्तारी अभियान चलायेंगे। वे इस दिन परिजनों संग थाना पहुंचकर गिरफ्तारी देंगे।
कहां कितनी गिरफ्तारी
पतरातू-401
इटखोरी-288
विशुनपुर-168
कोडरमा-1000
पूर्वी सिंहभूम-484
प. सिंहभूम-1742
चतरा-170
गिरिडीह-5000
गुमला-672
रामगढ़-90
लोहदगा-140
हजारीबाग-401
टंडवा-301
कल से सरकार करेगी कार्रवाई
रांची। राज्य सरकार गुरुवार से कार्रवाई शुरू करेगी। मंगलवार को सरकार की ओर से दिये गये अल्टीमेटम की अवधि खत्म हो गयी। सरकार ने पारा शिक्षकों को 20 नवंबर तक काम पर लौट आने को कहा था। आश्वस्त किया था कि उनके मानदेय में 20 फीसदी वृद्धि की जा रही है। परंतु पारा शिक्षक स्थायीकरण की मांग पर अड़े हैं। इधर सरकार भी मामले में सख्त है। सरकार ने प्रभावित स्कूलों में योग्य शिक्षकों का डेपुटेशन शुरू कर दिया है। गुरुवार से हड़ताली शिक्षकों की बर्खास्तगी शुरू होगी। वहीं शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू किये जाने की सूचना है। जानकारी के अनुसार विभाग ने नयी नियुक्ति के लिए 50 हजार योग्य शिक्षकों का पैनल तैयार कर लिया है। तमाम विपक्षी दल पारा शिक्षकों के समर्थन में आंदोलन के कार्यक्रम चला रहे हैं। इससे पारा शिक्षकों का उत्साह बढ़ा हुआ है और उन्होंने काम पर लौटने से इनकार कर दिया है।