रांची। लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर पूरे राज्य में उत्साह चरम पर रहा। बुधवार को उदीयमान भगवान भास्‍कर को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिनों का छठ पर्व संपन्न हो गया। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए अहले सुबह से ही लोगों की भीड़ छठ घाटों पर जुट गयी थी। वहीं, छठ घाट पर रंग-बिरंगे बल्बों से आकर्षक सजावट के साथ-साथ रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गयी थी।

तीन बजे से ही जुटने लगी श्रद्धालुओं की भीड़
भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए अहले सुबह तीन बजे के बाद से ही सभी घाटों पर व्रती जुटने लगे। भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए लोगों में काफी उत्साह देखा गया। इसके बाद सूरज के डूबने पर श्रद्धालुओं ने भक्ती भाव से अर्घ्य दिया और फिर अपने घर के लिए प्रस्थान कर गये।

घाटों पर उमड़ा आस्‍था का सैलाबः मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमशेदपुर स्थित सिदगोड़ा के सूर्य मंदिर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। इधर, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी हर साल की तरह इस वर्ष भी जमशेदपुर स्थित सिदगोड़ा के सूर्य मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। महापर्व के संपन्‍न हो जाने के बाद व्रती अपने घरों में पारण करेंगे। इससे पहले मंगलवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्‍य देने के लिए विभिन्‍न घाटों पर आस्‍था का सैलाब उमड़ पड़ा था।

कुछ व्रती रात भर रुके थे घाट पर
मंगलवार को सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने के बाद देर शाम सभी घर लौट गये। जबकि कुछ व्रती, जिन्होंने मन्नत मांगी है, घाट पर ही जागरण करते रहे। फिर सुबह अर्घ्य दिया।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version