बोकारो। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान कराने के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। मतदान केंद्रों में पानी, बिजली, शौचालय, रैंप, मतदाताओं के बैठने और चाय आदि की व्यवस्था रहेगी। मतदान केंद्रों में बेहतर व्यवस्था और वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए सोमवार को बोकारो निवास में केंद्रीय निर्वाचन आयोग की टीम ने उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के सभी जिला निर्वाची पदाधिकारी और पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा की। इसका नेतृत्व केंद्रीय निर्वाचन आयोग के वरीय उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा कर रहे थे।
चार घंटे तक चली मैराथन बैठक में आयोग की टीम ने अधिकारियों से बारी-बारी उनके जिलों के विधानसभा वार बूथों की स्थिति की जानकारी ली। मैन पावर और सुरक्षा की स्थिति के बारे में जाना। टीम ने अधिकारियों से कहा कि आयोग के निर्देशों का अक्षरश: पालन हो। टीम ने सुरक्षा की दृष्टि से विशेष मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया। साथ ही वोटरों को बूथों तक पहुंचाने के लिए विशेष रूप से प्रचार-प्रसार कराने को कहा।
टीम ने कहा कि कोई भी मतदान से छूटे नहीं, इसके लिए दिव्यांग मतदाताओं को सुविधा उपलब्ध करायी जानी है। दिव्यांग मतदाता पोस्टल बैलट के माध्यम से भी मतदान कर सकेंगे। इसके लिए संबंधित जिला के जिला निर्वाची पदाधिकारियों को विशेष व्यवस्था करने को कहा गया। सभी बीएलओ को दिव्यांग मतदाताओं को सघन रूप से चिह्नित करने का निर्देश दिया। दिव्यांगों को चुनाव की घोषणा होने के 5 दिनों के अंदर पोस्टल बैलट के लिए आवेदन करना होगा। बीएलओ उनके घरों तक जाकर
आवेदन लेंगे।

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