रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सोमवार का दिन काफी अहम रहा। इसमें राजनीति के कई धुरंधरों ने नामांकन दाखिल किया। एक ओर जमशेदपुर पूर्वी से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नामांकन दाखिल किया, वहीं सबसे चौंकाऊं बात यह रही है कि उन्हीं के मंत्रिमंडल में रहे सरयू राय ने जमशेदपुर पूर्वी से नामांकन दाखिल कर रघुवर दास के खिलाफ राजनीतिक जंग का एलान कर दिया। इधर राजनीति के एक और धुरंधर आजसू के सुप्रीमो सुदेश महतो ने सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। साथ ही जन आशीर्वाद के लिए जंग में उतर गये, तो बेरमो से कद्दावर नेता और कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की अंतिम पारी खेलने के लिए कमर कस ली।

जनता को सुशासन पर भरोसा : रघुवर
जमशेदपुर। नामांकन के बाद सीएम रघुवर दास ने पांच साल की सरकार की उपलब्धियां गिनायीं। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार की प्राथमिकता विकास और सुशासन है। विगत पांच वर्ष से इस लक्ष्य को लेकर हम चले, जिसे गति मिली है। आने वाले दिनों में भी हमारा लक्ष्य विकास और सुशासन रहेगा। भाजपा में जात-पात और संप्रदाय की राजनीति करने की संस्कृति नहीं है। वैसे भी अब जातिवाद और संप्रदायवाद की राजनीति नहीं चलेगी, क्योंकि लोग जागरूक हो गये हैं। उन्हें विकास की राजनीति से सरोकार है। भाजपा अपने काम, नीतियों, योजनाओं और राज्य की जनता के बल पर 65 से अधिक विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करेगी। विगत पांच साल से बिचौलियों और दलालों की नहीं चली। इसलिए वे बौखलाए हुए हैं और चाहते हैं कि झारखंड में एक कमजोर सरकार बने, लेकिन विश्वास है कि जनता अपने विवेक का इस्तेमाल कर फिर मजबूत सरकार बनायेगी। सीएम ने कहा कि भाजपा सबका साथ-सबका विकास के मूल मंत्र के साथ कार्य करती है।
आंदोलनकारियों को भी नहीं दिया सम्मान : सीएम ने कहा कि आदिवासियों, गरीबों के नाम पर राज करने वाले झामुमो ने आंदोलनकारियों को भी सम्मान नहीं दिया। वर्तमान सरकार करीब 2000 आंदोलनकारियों को सम्मान देते हुए उन्हें सम्मान राशि दे रही है।

धनबल और जनबल का प्रदर्शन नहीं करूंगा : सरयू
जमशेदपुर। सोमवार को ही निर्दलीय प्रत्याशी के तौर सीएम रघुवर दास को चुनौती दे रहे उन्हीं की कैबिनेट के मंत्री रहे सरयू राय ने नामांकन से पहले मोती लाल नेहरू स्कूल के पास से जुलूस निकाला और शक्ति प्रदर्शन किया। नामांकन दाखिल करने के बाद सरयू राय ने कहा कि वे यह चुनाव बहुत ही सादगी-शालीनता के अलावा कम खर्च के साथ लड़ेंगे। यह चुनाव क्षेत्र की जनता लड़ेगी। इस दौरान न धनबल और न ही शक्ति का प्रदर्शन होगा। यह चुनाव जनता के बल पर ही लड़ेंगे।
उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि इस क्षेत्र में उनका काफी विरोध है। जनता उनसे आहत और आक्रांत है। 86 बस्ती के संदर्भ में सरयू राय ने कहा कि यहां कोई घर नहीं टूटेगा, जो टूट गया है उनके लिए समुचित व्यवस्था की जायेगी। इन बस्तियों में जिनका आशियाना बना है, वे काफी भयभीत हैं, लेकिन मैं इतना बता देना चाहता हूं कि जो हाथ इन बने हुए आशियाना को तोड़ने के लिए बढ़ेगा, उसका हाथ खुद टूट जायेगा। सरयू राय ने कहा पांच साल में जो दाग लगा है ना, उसे कोई नहीं धो पायेगा।
सरयू राय ने कहा कि यह लड़ाई भाजपा या संगठन से नहीं, व्यक्तिवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर की जनता ने मुझे बेटे की तरह प्यार और आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं पर खरा उतरूंगा।

सिल्ली की जनता रिकॉर्ड बहुमत से विधानसभा भेजेगी : सुदेश महतो
रांची। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने सिल्ली विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी के रूप में सोमवार को नामांकन किया। नामांकन दाखिल करने के बाद सुदेश महतो ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि भाजपा से गठबंधन ना होने का फायदा या नुकसान 23 दिसंबर के बाद पता चलेगा। उन्होंने कहा कि दो सेटों में मैंने नामांकन किया। हमने घोषणा पत्र जारी कर दिया है। हमारा नारा गांव की सरकार का है। राज्य में क्रातिकारी पहल का प्रयास होगा। सुदेश महतो ने कहा कि आजसू मात्र पांच सालों में झारखंड के इतिहास को बदलने की क्षमता रखती है। इस राजनीतिक पार्टी में ऐसे सुलझे हुए बुद्धिजीवी का समर्थन प्राप्त है, जो झारखंड को शोषण विहीन राज्य बनाने में लगातार चिंतन में लगे हुए हैं। इस बार सिल्ली की जनता उन्हें रिकॉर्ड बहुमत के साथ विधानसभा भेजेगी। सुदेश महतो ने चुनाव में एक बड़ी लकीर खींचने की बात कही है।

राजनीतिक जीवन की अंतिम पाली, आशीर्वाद चाहिए: राजेंद्र सिंह
जैनामोड़। कांग्रेस के दिग्गज नेता और बेरमो से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया। लोगों की उमड़ी बीच के बीच जैनामोड़ में जनसभा को संबोधित करते हुए राजेंद्र सिंह ने कहा कि यह चुनाव मेरे राजनीतिक जीवन की अंतिम पाली है। इस कारण आपका आशीर्वाद चाहिए। आपका साथ चाहिए। 40 साल तक बेरमो के लिए काफी कुछ किया। विकास का कीर्तिमान गढ़ा। इस बार इस विधानसभा को झारखंड में नंबर एक बनाने के उद्देश्य से आशीर्वाद मांगने आया हूं। मजदूर था और आज भी मजदूरों के बीच ही हूं। उनके बीच काम करके काफी अच्छा लगता है। कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि राजेंद्र सिंह की क्षेत्र में जबरदस्त पकड़ है। उतनी ही पकड़ पार्टी के शीर्ष में बैठे नेताओं के बीच है। यही कारण है कि बेरमो का नाम आते ही सोनिया गांधी ने एक झटके में राजेंद्र सिंह के नाम पर मुहर लगाने को कहा।

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