रांची। छठ महापर्व श्रद्धा और आस्था के साथ पवित्रता का भी महापर्व है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए केंद्र सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने जो गाइडलाइन जारी की थी, उसी के अनुरूप छठ पर राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी की थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संवेदनशील इंसान हैं। राज्यवासियों की आकांक्षा और संवेदना को देखते हुए उन्होंने छठ की गाइडलाइन में बदलाव किया। अब यदि संक्रमण फैला, तो इसके लिए भाजपा नेताओं पर साजिशन हत्या का मामला दर्ज किया जायेगा।
बुधवार को झामुमो के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में ये बातें पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहीं। उन्होंने कहा कि दिल्ली हाइकोर्ट ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बातों को इंडोर्स किया और कहा कि लोगों को सामूहिक रूप से पूजा करते हुए एहतियात बरतनी चाहिए और नदियों में नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा की राम नाम की यात्रा निकल चुकी है और अब उनको धर्म का बोध हो रहा है। भाजपा धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है।
गंगा में भी छठ पर प्रतिबंध लगा
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार और यूपी में भाजपा की सरकार है। वहां गंगा नदी में भी छठ पर प्रतिबंध लगाया गया है। झारखंड में तो सरकार ने जनभावनाओं का ध्यान रखा है। अब हम देखेंगे कि भाजपा के जो नेता तालाबों में उतरे थे, वे छठ पर्व में कहां डुबकी लगाते हैं। यह सत्य है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड कोरोना के दौरान सबसे सुरक्षित राज्य रहा है। बिहार और यूपी में तो वहां की सरकारों ने कोरोना की टेस्टिंग ही बंद कर दी है। भाजपा इस राज्य को भी गर्त में धकेलना चाहती है।
कहा कि दिल्ली में तो हाहाकार की स्थिति है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन भी कहते हैं कि घाटों और नदियों में भगवान नहीं रहते, उनकी पूजा घरों में भी की जा सकती है। कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनभावनाओं के अनुरूप छठ की गाइडलाइन में बदलाव किया। जनता से अपील है कि वे आस्था के साथ पर्व मनायें और एहतियात बरतें।