रांची। कोरोना का इस दौर में एहतियात ही बचाव का उपाय है। ऐसे में राजधानी रांची के युवाओं ने इस आपदा में भी अवसर ढूंढ़ने का काम किया है। युवाओं ने एक देसी 100 प्रतिशत नेचुरल सेनिटाइजर का निर्माण किया है, जो अगरबत्ती की तरह ही दिखता है। एयरोबियनिक के डायरेक्टर प्रकाश राटोडिया ने स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी के साथ मीटिंग के बाद कहा कि सेनिटाइजर अगरबत्ती के जरिये युवाओं का मकसद है कि हर घर को सस्ती कीमत पर सेनिटाइज किया जा सके।
रांची के युवाओं ने कोरोना में स्वरोजगार के जरिये एक ऐसा अवसर ढूंढ़ लिया है, जो कोरोना के खिलाफ जारी जंग में हथियार बन सकता है। यह अगरबत्ती मच्छर-मक्खियों को भगाने के साथ पूरे कमरे को सेनिटाइज करने का काम करेगी। खास बात यह है कि इस अगरबत्ती को बनाने में पूरी तरह से हर्बल पौधों के तेल का इस्तेमाल किया गया है।
प्रकाश राटोडिया का कहना है कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में सेनिटाइजर की अहम भूमिका है, लेकिन हर घर के लोग इसका इस्तेमाल आसानी से नहीं कर पाते हैं। इसीलिए रिसर्च के जरिये ऐसी तरकीब निकाली गयी है, जिसके तहत बेहद ही कम दाम में लोग अपने पूरे घर को सेनिटाइज कर सकते हैं। अगरबत्ती झारखंड के सभी खादी उद्योग की दुकानों में उपलब्ध रहेगी।