रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सह वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा है कि सितंबर तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े सामने आ चुके हैं। इस तिमाही में देश की इकोनॉमी ग्रोथ रेट माइनस 7.5 फीसदी रही।
इससे पहले प्रथम तिमाही में भी देश की जीडीपी ग्रोथ रेट माइनस 23.9 फीसदी रही थी। लगातार दूसरी दर में भी जीडीपी वृद्धि दर नकारात्मक रहने से यह साबित हो जाता है कि देश की अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में नहीं है। लगातार दूसरी तिमाही में जीडीपी के माइनस में रहने से भारतीय अर्थव्यवस्था आधिकारिक रूप से मंदी में प्रवेश कर चुकी है। डॉ रामेश्वर उरांव ने बताया कि जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़ों से यह पता चलता है कि इस दौरान आर्थिक क्षेत्र में दुनिया भर में सबसे खराब प्रदर्शन भारत का ही रहा। उन्होंने यह भी बताया कि ताजा आंकड़ों से साफ पता चलता है कि दूसरी तिमाही में भारत की इकोनॉमी ने दुनिया की बड़ी इकोनॉमिक देशों में ब्रिटेन के बाद सबसे खराब स्थिति में है। पिछले 11 तिमाही से इसमें गिरावट का सिलसिला जारी है।
केंद्र सरकार की गलत नीतियों से आयी गिरावट
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ कोरोना संक्रमणकाल में ही नहीं, बल्कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के पहले से ही केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से जीडीपी में गिरावट दर्ज की जा रही थी। उन्होंने कहा कि सालाना आधार पर देखेंगे, तो वित्त वर्ष 2017-18 में यह सात फीसदी, 2018-19 में 6.1 फीसदी और 2019-20 में 4.2 फीसदी रही।