अब आदिवासी बोका बननेवाला नहीं
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को सदन में भाजपा और आजसू को जम कर घेरा। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन ने झारखंड दिया और आज उसका बेटा 1932 आधारित स्थानीय नीति दे रहा है। आप लोग बहुत आदिवासी को बोका बना लिये, अब आदिवासी बोका बननेवाला नहीं है। अब पैर में कुल्हाड़ी नहीं मारेंगे। आपके पैर में कुल्हाड़ी मारेंगे। हम झारखंड गठन के कठिन विषयों को सुलझाना चाह रहे हैं और आप 1985 के आधार बनायी गयी स्थानीय नीति बनाने वाले लोग इसे उलझाना चाह रहे हैं। इसलिए चिंता नहीं करें, अब आपकी दुकानदारी बंद होनेवाली है। आप मुद्दों और काम पर तो अगला चुनाव जीतने नहीं जा रहे हैं। हां अपनी जांच एजेंसियों द्वारा हम लोगों को जेल भेज सकते हैं, मगर आप चिंता न करें, हम जेल में रह कर भी आपको हराने का काम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने बहुत ही तल्ख तेवर के साथ विपक्ष पर हमला किया। उन्होंने कहा कि आजसू के बारे में क्या कहें। कभी 1985 आधारित स्थानीय नीति का समर्थन करते हैं, कभी 1932 आधारित स्थानीय नीति का समर्थन करते हैं। फिर कहते हैं कि इसे केंद्र न भेज कर, संकल्प जारी करके पहले यहां लागू करें। इससे मतलब साफ है कि भाजपा के साथ-साथ आजसू भी इस मामले को कोर्ट में उलझाना चाहती है। हम तो इसे नौवीं अनुसूची में डाल कर सुरक्षा कवच प्रदान करना चाहते हैं, मगर ये लोग फिर से इसे कोर्ट-कचहरी के चक्कर में उलझाना चाहते हैं। ये लोग बार-बार हम आदिवासियों को बोका बनाना चाहते हैं, मगर ये समझ लें यहां एक आदिवासी का बेटा खड़ा है। आदिवासी अब बोका नहीं रहा।
भाजपा के लोग व्यापारी हैं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि ये लोग धर्म, जाति-पाति के नाम पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, मगर हम काम और विकास के नाम पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। ये व्यापारी लोग हैं। आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक और दलितों का दर्द क्या समझेंगे। सोरेन ने कहा कि इनकी ही कनार्टक में सरकार है, जो आरक्षण को नौवीं अनुसूची में डालने के लिए केंद्र को भेजा है और ये लोग इसका यहां विरोध कर रहे हैं। पता नहीं किस मानसिकता के लोग हैं। इनकी बातें ये ही जानें। ये जान रहे हैं कि अब वे चुनाव में किस मुंह से जायेंगे। अब तो इन्हें गांव में घुसने नहीं देंगे, ग्रामीण इन्हें खदेड़ कर भगायेंगे।
हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा ने अपने राज में आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को ठगने का काम किया। ये लोग एक ठग गिरोह हैं, जिन्होंने अपने राज में केवल ठगने का काम किया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि आपने बाहरी को नौकरी देने का काम किया, जबकि हमने आपके बाल-बच्चों को अफसर बनाने का काम किया। इनकी नौटंकी राज्य की जनता भली-भांति समझ रही है। अब इनके झांसे में आनेवाले नहीं हैं।