काठमांडू। नेपाल में राजसंस्था की पुनर्बहाली की मांग करते हुए हजारों लोगों ने गुरुवार को काठमांडू पहुंच कर शक्ति प्रदर्शन किया। वर्तमान शासन व्यवस्था के असफल होने और नेपाल में राजसंस्था की पुनर्बहाली करने के समर्थन में पिछले कुछ महीनों से चल रहे अभियान के तहत आज शक्ति प्रदर्शन किया गया।

राजसंस्था पुनर्स्थापना महाअभियान चलाने वाले अभियन्ता दुर्गा प्रसाई के नेतृत्व में यह शक्ति प्रदर्शन किया गया है। इस शक्ति प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी काठमांडू में बड़े पैमाने पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। राजतंत्र समर्थकों के लिए जिला प्रशासन के तरफ से बल्खु क्षेत्र में ही स्थान तय किया गया है। देश के कई हिस्से से आए राजसंस्था समर्थकों ने वर्तमान शासन व्यवस्था को उखाड़ फेंकने के बाद ही काठमांडू से वापस जाने का दावा किया है।

इस अभियान के अभियंता दुर्गा प्रसाई का कहना है कि सरकार ने हमारे हजारों समर्थकों को काठमांडू के अलग अलग प्रवेश नाकाें पर रोक कर रखा है, जिसके कारण से प्रदर्शनकारियों की संख्या उतनी नहीं हो पाई, जितनी होनी चाहिए थी। प्रसाई ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश कम्युनिष्टों के चंगुल में फंसा हुआ है। गणतंत्र के नाम पर कुछ कम्युनिष्ट दलों के शीर्ष नेताओं को ही फायदा हुआ है। इस गणतंत्र से ना तो देश की आर्थिक तरक्की हुई है और ना आम जनता को कोई फायदा हुआ है।

राजसंस्था समर्थकों के प्रदर्शन के कारण काठमांडू की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई।

इस बीच राजसंस्था के विरोध में काठमांडू में एक और प्रदर्शन हो रहा है, जिसको लेकर कई स्थानों पर तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरे राजधानी क्षेत्र में 10 हजार से अधिक सुरक्षाबलों को तैनात कर रखा है।

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