कानपुर। संविधान एक ऐसा पवित्र ग्रंथ है जिससे हम पूरे जीवन भर जुड़े रहते हैं। संविधान ने ही हमको मौलिक अधिकार एवं मौलिक कर्तव्य दिए हैं तथा देश को विकसित बनाने में संविधान ऊर्जा देता है। यह बातें मंगलवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में आयोजित संविधान दिवस के अवसर पर संगोष्ठी को संबोधित करते बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष सचिव बालकृष्णा एन रंजन ने कही।
उन्होंने कहा कि संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था। बाद में इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। कार्यक्रम के आयोजक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. मुनीश कुमार ने कहा कि संविधान को अंगीकार किए हुए 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में साल भर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कुल सचिव डॉ. पी. के. उपाध्याय ने कहा कि संविधान दिवस का मकसद नागरिकों के संवैधानिक मूल्यों, अधिकारों एवं कर्तव्यों काे प्रोत्साहित करना है। अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. सी एल मौर्य ने बताया कि संविधान का उद्देश्य न्याय, स्वतंत्रता, समानता एवं बंधुत्व की प्राप्ति है।
कार्यक्रम का संचालन सह अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. राजीव ने किया और डॉ. सर्वेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर संविधान की प्रतिज्ञा लेते हुए राष्ट्र की एकता एवं अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए सत्यनिष्ठा के साथ संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में अधिष्ठाता ग्रह विज्ञान डॉक्टर मुक्ता गर्ग एवं संकाय सदस्यों के साथ-साथ लगभग 200 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।