रांची। कांके थाना क्षेत्र के रिंग रोड स्थित इंडिया होटल के पास बीते दो अगस्त की रात स्पेशल ब्रांच के दरोगा अनुपम कच्छप की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी चंदन सिन्हा के निर्देश पर एसआईटी गठन किया गया था। एसआईटी की टीम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए घटना के तीन महीने के बाद घटना में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें मनोहर कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, गौतम यादव, सुग्रीव सिंह और अभिषेक महतो शामिल है। संजय सिंह और मनोहर सिंह का पूर्व से अपराधिक इतिहास रहा है। यह सभी अपराधी वाहनों से तेल चोरी करने वाले गिरोह से संबंध रखते थे। सोमवार को एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घटना की जानकारी दी।
जांच के दौरान पुलिस को मिली अहम जानकारी
पुलिस टीम को मामले के जांच के दौरान पता चला कि जब से दरोगा की हत्या हुई, उसके बाद से रिंग रोड रात्रि के अंधेरे में पेट्रोल टंकी, होटल, ढाबा और सुनसान स्थलों पर खड़े भारी वाहनों से रात्रि के अंधेरा का लाभ उठाकर डीजल चोरी करने से संबंधित की घटना पूर्णत: बंद है। पुलिस टीम को शक हुआ कि डीजल चोरी करने वाले गिरोह के द्वारा ही इस घटना को अंजाम दिया गया है। डीजल चोरी के आरोप शामिल अपराधकर्मियों और उस गिरोह में शामिल सदस्यों का सत्यापन करते हुए पूछताछ किया गया। सत्यापन के दौरान संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया।
जानें कैसे दिया गया घटना को अंजाम
संजय सिंह द्वारा अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया गया कि डीजल चोरी गिरोह सदस्य भोला सिंह, सुग्रीव सिंह, गौतम, राजेश महतो, संतोष गुरु, गोविन्द महतो बोलेरो पिक-अप वाहन के साथ घटना की रात्रि डीजल चोरी करने के लिए अमर होटल, संग्रामपुर में था। इस दौरान ये लोग ट्रक से तेल चोरी कर रहा था। इसी दौरान बरसाती पहना हुआ एक व्यक्ति (दरोगा) कांके से बीआईटी के तरफ अपनी मोटरसाईकिल से जा रहे थे। इनलोगों को देखकर रुक गये और डीजल चोरी करने की बात कहते हुए चोर-चोर की आवाज लगाने लगे। जिससे उनका डीजल चोरी के अपराधियों से संघर्ष हो गया।
इसी दौरान इस बात की सूचना रेकी कर रहे अन्य अपराधकर्मियों को हुई कि एक व्यक्ति जो अपने आपको पुलिस पदाधिकारी बता रहा है, उसने हमलोगों को डीजल चोरी करते हुए देख लिया है। इनलोगों को डीजल चोरी गैंग का भंडाफोड़ होने की आशंका होने लगी, तो डीजल चोरी गिरोह के संजय सिंह, भोला सिंह और राजेश महतो ने मिलकर दरोगा राजेश कच्छप को पकड़ लिया। तीनों अपने-अपने हथियार को अनुपम कच्छप के शरीर में सटाकर चार गोली मार दी। जिससे अनुपम कच्छप की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी। इसके बाद सभी पिकअप वैन से अन्य साथी के साथ रिंग रोड में बीआईटी नेवरी की तरह भाग गये और वहीं खड़े ट्रक से चार गैलन डीजल चोरी किया, उसके बाद रिंग रोड के पास अभिषेक महतो की दुकान में बेच दिया। उसके बाद इनलोगों को पता चला कि बीती रात्रि में इनलोगों ने जिसे गोली मारी थी, वो एक पुलिस पदाधिकारी थे।