खूंटी। भारतीय जनता पार्टी जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास के साथ उनके सम्मान और गौरव को बढ़ाने के लिए निरंतर संकल्पित और समर्पित रही है। इसके विपरीत कांग्रेस ने हमेशा आदिवासियों को अपमानित किया है। ये बातें भाजपा के हटिया विधायक नवीन जायसवाल और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने कहीं। दोनों नेता गुरुवार को खूंटी भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन और सरकारों ने सदैव जनजाति समाज के उत्थान के लिए धरातल पर कार्य कर यह सिद्ध किया है कि पार्टी जनजातीय अस्मिता, संस्कृति और परंपरा के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस घोषित कर झारखंड की जनजातीय संस्कृति, भाषा और परंपरा के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सम्मान को दर्शाया है। यह दिवस केवल जनजाति समाज का ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता के सम्मान का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने ही अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में अलग झारखंड राज्य का गठन किया था और राज्य स्थापना दिवस के रूप में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती, 15 नवंबर को ही चुना गया। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार झारखंड के अमर बलिदानियों और महापुरुषों की भावना के अनुरूप जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा और जनजातीय परंपराओं के संरक्षण के साथ विकास चाहती है।

उन्होंने बताया कि अटल सरकार ने केंद्र में अलग आदिवासी मंत्रालय बनाया और संथाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया। वहीं मोदी सरकार जनजाति कल्याण के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत, उज्जवला योजना और गरीब कल्याण अन्न योजना जैसी योजनाओं से करोड़ों जनजातीय परिवारों को लाभ पहुंचा रही है। इसके अलावा मोदी सरकार ने पीएम जनमन योजना के तहत 24 हजार करोड़ रुपये की परियोजना प्रारंभ की है और जनजातीय बच्चों की शिक्षा के लिए एकलव्य आवासीय विद्यालयों का विस्तार किया है। साथ ही, भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल को भव्य संग्रहालय के रूप में विकसित किया गया है। 14 और 15 नवंबर को भाजपा पूरे प्रदेश में जनजातीय गौरव उत्सव के रूप में मनाएगी। इस दौरान भगवान बिरसा मुंडा और अन्य जनजातीय महापुरुषों की प्रतिमाओं की सफाई, दीपोत्सव, शोभा यात्रा, जनजातीय स्वाभिमान सम्मेलन और विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा।

मौके पर विकास प्रीतम, चंद्र शेखर गुप्ता, संजय साहू, शशि भूषण भगत, जगन्नाथ मुंडा, संजय मुंडा, सुदर्शन भोगता मौजूद थे।

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