Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, November 5
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»पश्चिम बंगाल में एसआईआर का पहला चरण शुरू, केवल 32.06 प्रतिशत मतदाता की ही 2002 की सूची से मैचिंग
    देश

    पश्चिम बंगाल में एसआईआर का पहला चरण शुरू, केवल 32.06 प्रतिशत मतदाता की ही 2002 की सूची से मैचिंग

    shivam kumarBy shivam kumarNovember 4, 2025No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल में निर्वाचन आयोग (ईसीआई) द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का पहला चरण मंगलवार से शुरू हो गया। अब तक की “मैपिंग और मैचिंग” प्रक्रिया में वर्तमान मतदाता सूची के केवल 32.06 प्रतिशत नाम ही वर्ष 2002 की मतदाता सूची में पाए गए हैं। वर्ष 2002 में राज्य में आखिरी बार एसआईआर कराया गया था और उसी सूची को इस बार आधार माना गया है। “मैपिंग और मैचिंग” का कार्य अभी जारी है।

    पश्चिम बंगाल मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान मतदाता सूची में कुल करीब 7.66 करोड़ नाम हैं। अब तक की जांच में 2.46 करोड़ से कम ऐसे मतदाता पाए गए हैं जिनके नाम या उनके माता-पिता के नाम 2002 की सूची में दर्ज थे। अधिकारी के अनुसार, यह आंकड़ा कार्य पूरा होने पर बदल भी सकता है।

    निर्धारित प्रावधानों के तहत, 2002 की सूची में नाम या माता-पिता का नाम मिलने वाले मतदाताओं को स्वतः वैध माना जाएगा। इन्हें सिर्फ विवरण सहित भरा हुआ एन्यूमरेशन फॉर्म जमा करना होगा और अतिरिक्त दस्तावेज उपलब्ध कराना आवश्यक नहीं होगा। वहीं 2002 की सूची में नाम नहीं मिलने वाले मतदाताओं को निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। हालांकि आधार कार्ड को दस्तावेजों की सूची में शामिल किया गया है, लेकिन आयोग ने स्पष्ट किया है कि केवल आधार कार्ड पर्याप्त नहीं होगा। आधार को न नागरिकता प्रमाण माना जाएगा, न आयु प्रमाण।

    तीन चरणों में होने वाले इस एसआईआर के पहले चरण में बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) सभी घरों तक पहुंचकर मतदाताओं का विवरण एकत्रित करेंगे। इस चरण के अंत में ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। दूसरे चरण में राजनीतिक दलों और मतदाताओं को ड्राफ्ट सूची में दर्ज त्रुटियों या शिकायतों को दर्ज कराने का अवसर दिया जाएगा। बाद में तीसरे और अंतिम चरण में इलेक्ट्रोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ईआरओ) इन शिकायतों का निस्तारण कर अंतिम मतदाता सूची जारी करेंगे। पूरी प्रक्रिया मार्च 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सहित तीन अन्य राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleधनबाद: दो बसों की भिड़ंत, 12 यात्री घायल
    Next Article केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पर मतदाताओं को धमकाने और घरों में कैद रखने का आरोप, दर्ज हुई प्राथमिकी
    shivam kumar

      Related Posts

      बिहार को विकसित राज बनाना चाहता हूं : राजनाथ सिंह

      November 4, 2025

      भ्रष्ट सरकार को हटाने का वक्त आ गया है : तेजस्वी

      November 4, 2025

      बिहार में जब सरकार बदलेगी, तो यूपी में भी सरकार बदलेगी : अखिलेश यादव

      November 4, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • कल्‍पना सोरेन ने सोमेश के पक्ष में मांगा समर्थन, कहा रामदास सोरेन के सपनाें को करें साकार
      • झारखंड के व्यापारियों से माफी मांगें राज्य सरकार : आदित्य साहू
      • घाटशिला में झामुमो ने विकास नहीं, जनता को ठगा : लंबोदर
      • बिहार को विकसित राज बनाना चाहता हूं : राजनाथ सिंह
      • भ्रष्ट सरकार को हटाने का वक्त आ गया है : तेजस्वी
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version