लखनऊ: केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने आज माना कि छापेमारी में करोड़ों रूपये के नये नोटों का पकड़ा जाना कहीं ना कहीं कुछ बैंकों की गड़बड़ी का नतीजा है। कलराज ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘छापे पड़े हैं। कुछ लोग पकड़े गये हैं। बैंकों ने भी गड़बड़ी की है। कुछ बैंक अधिकारियों को निलंबित किया गया है।’’ उन्होंने कहा कि कुछ बैंकों की ओर से गड़बड़ी की जा रही है। ‘‘लेकिन जहां इसकी सूचना मिलती है, कार्रवाई की जा रही है। लोग निलंबित किये गये हैं।’’ उनसे चेन्नई में आयकर छापों के दौरान 2000 रूपये के नये नोटों के करोड़ों रूपये के बंडल पकड़े जाने के बारे में सवाल किया गया था।
नोटबंदी के बाद बैंकों और एटीएम के आगे लग रही कतारों और लोगों के आत्महत्या करने के बारे में पूछे जाने पर कलराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद देश की जनता से आग्रह किया था कि कुछ दिन कठिनाई सह लें। कोई बड़ा फैसला किया जाता है तो दिक्कतें आती हैं लेकिन इस फैसले से भविष्य में साफ सुथरी आर्थिक व्यवस्था हासिल होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले ही देश की जनता से अपील की थी कि 30 सितंबर तक अघोषित धन जमा करा दें अन्यथा कड़ा कदम उठाएंगे। जब इस अपील का ज्यादा असर नहीं हुआ तो पांच सौ और हजार रूपये के नोट बंद करने पड़े।
कलराज ने कहा कि नोटबंदी के फैसले का शुरू में कुछ दलों ने स्वागत किया था लेकिन बाद में बोलने लगे कि ये गलत फैसला है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने टिप्पणी की है कि यदि उन्हें संसद में इस प्रकरण पर बोलने दिया जाए तो भूकंप आ जाएगा, इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ने कहा कि हम तो चाहते हैं कि राहुल गांधी बोलें। इस बारे में चर्चा हो। यदि संसद में चर्चा के दौरान विरोधी दलों की ओर से कुछ अच्छे सुझाव आते हैं तो सरकार उन्हें शामिल करने को तैयार है। इसमें हमारा कोई अड़ियल रवैया नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘विरोधी दल चर्चा से भाग रहे हैं और सदन की कार्यवाही नहीं चलने दे रहे हैं।’’ किसानों को हो रही दिक्कतों और गेहूं पर आयात शुल्क घटाये जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि सरकार ने अहसास किया है कि दिक्कत है। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि पिछली बार की तुलना में इस बार बुवाई बढ़ी है। आयात शुल्क घटाये जाने का फैसला कुछ वक्त के लिए है। निश्चित तौर पर इस पर आगे विचार किया जाएगा।