नयी दिल्ली:  झारखंड क्रिकेट टीम के अनधिकृत मेंटर महेंद्र सिंह धोनी रविवार से नागपुर में गुजरात के खिलाफ शुरू होने वाले रणजी ट्राफी सेमीफाइनल मैच को देखने पहुंचेंगे। यह झारखंड का पहला सेमीफाइनल मुकाबला है।

धोनी ने टेस्ट से संन्यास ले लिया है जिससे वह खेल के लंबे प्रारूप में नहीं खेलते लेकिन कभी कभार घरेलू प्रथम श्रेणी सत्र में झारखंड के खिलाड़ियों के साथ अ5यास करते हैं।

टीम प्रबंधन से जुड़े एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘‘पूरी संभावना है कि उन्हें नागपुर में होना चाहिए। वह वहां जाना चाहते हैं। लड़कों के लिये उनसे बातचीत हमेशा ही मददगार रही है। ’’ लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू वनडे और टी20 सीरीज के लिये भारतीय टीम के जनवरी के पहले हफ्ते में चुने जाने की उम्मीद है जिससे धोनी पूरे मैच के दौरान नागपुर में नहीं हो सकते।

भारत के सीमित ओवरों के कप्तान ने अपनी राज्य की टीम के लिये समय निकाला क्योंकि तब वह राष्ट्रीय टीम के लिये नहीं खेल रहे थे। राष्ट्रीय टीम का कप्तान अपनी घरेलू टीम के साथ कभी भी ट्रेनिंग नहीं करता लेकिन धोनी बार बार ऐसा कर चुके हैं।

महाराष्ट्र के खिलाफ यहां करनैल सिंह स्टेडियम में अक्तूबर में हुए झारखंड के रणजी ट्राफी के शुरूआती मैच से पहले भी वह नेट पर पहुंचे थे।

यह 35 वर्षीय खिलाड़ी रांची में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में सत्र के पहले हुए शिविर का हिस्सा थे। उन्होंने अगस्त में बुची बाबू निमंत्रण टूर्नामेंट के मौके पर चेन्नई में टीम के साथ समय बिताया था।

खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के अलावा धोनी को अंतरराष्ट्रीय मैचों से पहले अहम नेट सत्र मिल जायेगा।

विजय हजारे ट्राफी 25 फरवरी से शुरू हो रही जिससे धोनी को इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरू हो रही सीरीज से पहले एक प्रतिस्पर्धी मैच नहीं मिलेगा।

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