रांची: झारखंड में नये साल में 65 हजार नियुक्तियां होंगी। इसके तहत 45 हजार विभिन्न सरकारी कार्यालयों में, 18 हजार शिक्षकों की और 2200 वनरक्षियों की नियुक्ति की जायेगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यह घोषणा मंगलवार को एचइसी स्टेडियम धुर्वा में सक्षम झारखंड कौशल विकास योजना का शुभारंभ करते हुए की। उन्होंने कहा कि रोजगार और स्वरोजगार हमारी सरकार की प्राथमिकता है। लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सक्षम झारखंड कौशल विकास योजना की शुरुआत की जा रही है। इसके तहत लोगों को हुनरमंद बनाकर रोजगार से जोड़ा जायेगा।
ट्रेनर को सिंगापुर दौरा, ट्रेनी को दो लाख रुपये : मुख्यमंत्री ने कहा कि ईमानदारी से काम करनेवालों को सरकार प्रोत्साहित कर रही है। इसी कड़ी में जो भी संस्थान अच्छी ट्रेनिंग देंगे, उनके ट्रेनर को सरकार अपने खर्च पर सिंगापुर दौरे पर भेजेगी। वहीं कुशलतापूर्वक ट्रेनिंग लेकर अच्छी कंपनी में जॉब प्राप्त करनेवाले बच्चों को दो लाख रुपये का इनाम दिया जायेगा।
हुनर से रोजगार तक, रुकेगा पलायन : सीएम ने कहा कि इस योजना के शुरू होने से गांव में रहनेवाले युवाओं के हाथ में हुनर देकर रोजगार दिया जायेगा। इससे पलायन रुकेगा। उन्होंने कहा कि जिन बच्चियों को अभी 5-7 हजार रुपये की नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है, उन्हें झारखंड में ही काम मिल जायेगा। वे यहीं प्रशिक्षित होकर 15-20 हजार रुपये कमायेंगी।
मंगलवार को धुर्वा स्थित एचइसी स्टेडियम में सक्षम झारखंड कौशल विकास योजना का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हमारे यहां कुटीर उद्योग में अच्छी संभावना है। कुटीर, लघु, हस्तकरघा, तसर, लाह के लिए अलग-अलग बोर्ड होंगे, साथ ही अलग-अलग सचिव होंगे। कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अलग से सचिव की नियुक्ति की जायेगी। इनमें एक्सपर्ट भी होंगे। इनके द्वारा तैयार उत्पादों की विश्वस्तरीय डिजाइनिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग होगी। इससे झारखंड के उत्पादों की मांग देश-विदेश में होगी और इसे बनानेवालों को अच्छी कीमत मिल सकेगी।
युवा अपने गांव में माहौल बनायें
उन्होंने कहा कि गांव के युवाओं और महिलाओं को हुनरमंद बनाया जायेगा। युवा अपने गांव में माहौल बनायें। अपने गांव को स्किल्ड गांव बनायें। सरकार हर संभव मदद करेगी। सीएम ने कहा कि टेक्सटाइल क्षेत्र में रोजगार की बड़ी संभावना है। इसके लिए रांची में टेक्सटाइल मिल लगायी जा रही है। यहां बच्चों को प्रशिक्षित भी किया जायेगा। बजट में हम उच्च शिक्षा और कौशल विकास पर और अधिक राशि खर्च करेंगे। सिंगापुर की इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्निकल एजुकेशन के साथ करार किया जा रहा है। संस्थान झारखंड में बच्चों को प्रशिक्षण देगी।
महिलाएं बनें समृद्धि की वाहक
मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास के लिए महिलाओं के लिए अलग से प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जायेगी। दुग्ध, तसर, लाह, मुर्गी पालन समेत अन्य स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगा, जिससे महिलाएं भी राज्य की समृद्धि की वाहक बन सकें, ताकि महिलाएं, युवक और युवतियां समय की मांग के अनुरूप कुशल और हुनरमंद बन सकें। उन्होंने कहा कि झारखंड को बदलने के लिए सोच बदलना जरूरी है। अपने देश, राज्य, गांव और परिवार के लिए युवा शिक्षित और हुनरमंद बनें और दूसरों को भी बनायें।
कार्यक्रम में ये रहे शामिल
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री नीरा यादव, विधायक नवीन जायसवाल, मेयर आशा लकड़ा, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे, उच्च शिक्षा सचिव अजय कुमार सिंह, डीएफआइडी हेड अनु गुप्ता, मिशन निदेशक रवि रंजन समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।