लंदन : जमानत पर चल रहे भारतीय शराब व्यवसायी विजय माल्या वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुए हैं. उनके प्रत्यर्पण संबंधी मामले की सुनवाई शुरू हो चुकी है.फिलहाल वह 6,50,000 पौंड की जमानत पर बाहर हैं. धोखाधड़ी और धन शोधन के मामले में उन्हें स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा गिरफ्तार किया गया था. माल्या भारत में वांछित हैं.वह खुद ही मार्च 2016 से वह भारत से बाहर ब्रिटेन में रह रहे हैं. उन पर बंद हो चुकी विमानन कंपनी किंगफिशर के कई भारतीय बैंकों का ऋण जान बूझकर नहीं चुकाने का आरोप है
यह कुल राशि 9,000 करोड़ रुपये के करीब है. यह सुनवाई शुरुआती दलीलों के साथ शुरू होगी. इसके बाद डॉ बी हंफ्री की गवाही दर्ज की जायेगी. हंफ्री एक विमानन विशेषज्ञ हैं.
कुछ अन्य के माल्या के बचाव में गवाही देने की उम्मीद है. इनमें फोर्स इंडिया फॉर्मुला वन रेसिंग टीम की मुख्य लेखापरीक्षक मार्गरेट स्वीनी और भारतीय कानून के विशेषज्ञ प्रोफेसर लाउ शामिल हैं.
इसके अलावा स्कॉटलैंड की जेल व्यवस्था के पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ एलन मिशेल के भी उनके पक्ष में गवाही दिये जाने की संभावना है. प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई में पीठासीन न्यायाधीश अर्बथनॉट होंगे.
यह मामला 14 दिसंबर तक सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है. इसमें छह और आठ दिसंबर को छुट्टी रहेगी. इस मामले में फैसला अगले साल की शुरुआत में आने की उम्मीद है.