झारखंड की राजधानी रांची में हाल के दिनों में आरटीआई कार्यकर्ताओं पर हमले और झूठे मुकदमों की बढ़ती संख्या के खिलाफ आरटीआई कार्यकर्ताओं ने बुधवार को राजभवन के सामने धरना दिया है.
आरटीआई कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक साजिश के तहत आरटीआई कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है.
ऐसे में आरटीआई कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से गुहार लगाते हुए कहा है कि आरटीआई कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. साथ ही आरटीआई कार्यकर्ताओं पर जो झूठे मुकदमे किए जा रहे हैं उसकी त्वरित जांच कर उसका निष्पादन किया जाए.
आरटीआई कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की है कि जो अधिकारी नियमित समय में जानकारी उपलब्ध नहीं कराते हैं, उनकी सूची तैयार की जाए और प्रोन्नति और दूसरे लाभों से वंचित किया जाए.मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए हजारीबाग आरटीआई के कार्यकर्ता चितरंजन प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पूरे झारखंड के तमाम आरटीआई कार्यकर्ताओं ने आज महामहिम राज्यपाल के सामने अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर धरना दिया है.
उन्होंने कहा कि सरकार के ऐसे बहुत से पदाधिकारी हैं, जो नियम के विरुद्ध जाकर काम करते हैं. इसी क्रम में वर्तमान में जमशेदपुर की वर्षा चौधरी पर झूठा मुकदमा किया गया है. इसके अलावा हजारीबाग के भी एक आरटीआई कार्यकर्ता पर झूठा मुकदमा किया गया है. दरअसल, इन लोगों ने भ्रष्टाचार का उजागर किया था, जिस कारण इन्हें झूठे मुकदमे फंसा दिया गया.
हजारीबाग आरटीआई के कार्यकर्ता चितरंजन प्रसाद गुप्ता का कहना है कि आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा सूचना मांगे जाने पर उल्टा उन्हें ही झूठे केस में फंसाकर जेल भेज दिया जाता है.
इसी के साथ उन्होंने आरटीआई की विभिन्न धाराओं को सख्ती से लागू करने समेत अपनी कई मांगों को लेकर धरना दिया है.