पटना से सटे बिहटा में अपराधियों द्वारा व्यवसाईयों पर किये जा रहे लगातार हमले के विरोध में बिहटा बाजार को अनिश्चतकाल के लिए बंद कर दिया गया है. बाजार में कल की घटना से पहले सितंबर माह में वहां के सबसे बड़े कारोबारी निर्भय सिंह की हत्या कर दी गई थी.
चार महीने बाद ही एक मुर्गा व्यवसाई की हत्या और दवा व्यवसाई पर जानलेवा हमले ने बिहटा के व्यवसाईयों को फिर से दहशत के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है. बुधवार को बिहटा चीनी मिल स्थित केशरी मेडिकल स्टोर पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के विरोध में व्यवसाईयों ने अपनी अपनी दुकानों को बंद करते हुए कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी ,व्यवसाईयों को हथियार का लाईसेंस और बिहटा बाजार में जबतक पुलिस पिकेट नहीं बनाया जाएगा बिहटा की सारी दुकानें बंद रहेंगी.
उन्होंने कहा कि अब अपराध के साये में व्यवसाय नहीं होगा अब पुलिस को उन्हें सुरक्षा देनी हीं होगी. व्यवसाईयों ने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता के चलते वो अपनी जान नहीं गवाऐंगे. फिलहाल बिहटा बाजार में सन्नाटा पसरा है. व्यवसायी पुलिस से अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. निर्भय सिंह हत्याकांड के बाद व्यवसाईयों ने बिहटा बाजार को पांच दिनों तक बंद रखा था बाद में डीएम के आश्वासन के बाद दुकानों को खोला था.