नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी के एक बड़े अस्पताल में नवजात के मौत के मामले में जांच के बाद कड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली सरकार ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया है। इसकी जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी है।

दरअसल पिछले दिनों दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में एक नवजात जिंदा बच्चे को अस्पताल ने मृत बता दिया था, जिसके बाद इस मामले पर विवाद बढ़ना शुरू हुआ और यह मामला सरकार के अधिन जा पहुंचा, जिसके मामले की शुरुआती जांच में सरकार ने अस्पताल दोषी करार देते हुए कठोर कार्रवाई की है।स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से कहा कि नवजात बच्चे को मृत बताने वाले शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल का लाइसेंस हमने रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं थी, इसलिए सरकार ने ऐसा फैसला लिया है। आपको बता दें कि शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में ऑपरेशन के जरिए एक 6 महीने की गर्भवती महिला वर्षा को जुड़वा बच्चे हुए थे, जिसके बाद अस्पताल ने दोनों बच्चों को मृत बताकर ‘शवों’ को पॉलिथिन में लपेटकर परिजनों को सौंप दिया था।लेकिन अंतिम संस्कार के लिए जाने के दौरान परिजनों को एक बच्चे में कुछ हरकत देखी, जिसके बाद नवजात को दूसरे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन कुछ दिन बाद उस बच्चे की वहां भी मौत हो गई। इसी पेचिदे मामले में जांच के बाद कार्रवाई करते हुए दिल्ली सरकार ने लाइसेंस रद्द करने जैसा कठोर फैसला लिया है। सरकार का यह फैसले अन्य उन सभी अस्पतालों के लिए चेतावी के समान है जहां हर कदम पर लापरवाही देखी जाती है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version