रांची। खेलगांव में दो दिन से चल रहे ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट का शुक्रवार को समापन हुआ। समापन समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घोषणा की कि किसान उत्पादन करें, बाजार की चिंता नहीं करें। उन्होंने कहा कि किसानों को बाजार सरकार मुहैया करायेगी। झारखंड का उत्पाद देश ही नहीं, विदेशों में भी भेजा जायेगा। मुख्यमंत्री ने एलान किया कि राज्य में आॅर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार राज्य के सभी 24 जिलों में जैविक उत्पाद क्लस्टर सेंटर का निर्माण करायेगी और उसकी ब्रांडिंग झारखंड जैविक के तहत की जायेगी। पतंजलि के साथ करार कर सरकार सभी जैविक उत्पादों के लिए बाजार भी मुहैया करायेगी। किसानों को नये और आधुनिक उपकरण सस्ती दरों पर मिले, इसलिए मुख्यमंत्री ने राज्य के गरीब और आदिवासी किसानों के लिए रियायत पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराने की योजना का भी एलान किया।
मुख्यमंत्री ने बाबा रामदेव को धन्यवाद देते हुए कहा कि झारखंड की शहद को पतंजलि खरीदेगा और सरकार इसके लिए पतंजलि की मदद से राज्य में ही शहद प्रोसेसिंग प्लांट लगाने जा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि सभी किसान आज प्रति बूंद, ज्यादा फसल के नारे को अपने जीवन में आत्मसात करें। जल संचय और सूक्ष्म सिंचाई से हम राज्य में कृषि क्रांति ला सकते हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए ही सरकार ने ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट का आयोजन किया है। मुख्यमंत्री ने झारखंड के अन्नदाता किसानों का धन्यवाद करते हुए कहा कि किसान भाइयों की मेहनत से तीन साल में कृषि फसल विकास दर में 19 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक 2013-14 में कृषि फसल विकास दर -4.5 फीसदी थी, जो 2016-17 में बढ़कर +14.2 फीसदी हो गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्रतिस्पर्द्धा गुजरात और महाराष्ट्र से नहीं है। हमारी प्रतिस्पर्द्धा दुनिया के विकसित राष्ट्रों से है।
सीएम ने कहा कि उन्होंने झारखंड को विश्व के विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाने की कसम खायी है और अपने मेहनतकश किसानों के बल पर इसे हर हाल में हासिल करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। झारखंड ने दो कदम और आगे बढ़ कर 2022 तक झारखंड के किसानों की आय को चार गुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हर हाल में इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। सीएम ने कहा कि विश्व में जैविक उत्पादों की मांग हो रही है। झारखंड सरकार ने तय किया है कि झारखंड में जैविक खेती को बढ़ावा देंगे। किसानों को इसके लिए प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके लिए बाबा रामदेव से बात हुई है।
रघुवर दास ने कहा कि जनवरी में 50 किसानों के दल को फिलीपींस और 50 किसानों के दल को इजराइल भेजा जायेगा। इस दल में महिला किसान भी रहेंगी। उन्होंने कहा कि मीठी क्रांति की उपयुक्त जगह झारखंड है। अब तक मधुमक्खी पालन के लिए 10 हजार किसानों को प्रशिक्षित किया गया है और इन किसानों को 10-10 बॉक्स सरकार ने मुहैया कराया है। अगले चरण में 12 हजार किसानों को मधुमक्खी पालन के लिए 10-10 बॉक्स सरकार देगी। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में चीजों को बदलने के लिए आये हैं। समाज और राज्य में बदलाव झूठ बोल कर नहीं किया जा सकता। वह जो कहते हैं, वही करते हैं।
सीएम रघुवर दास ने कहा कि मैंने यह ठाना है कि झारखंड के किसानों को समृद्ध करेंगे, तो यह करके भी दिखायेंगे, बस आपका साथ चाहिए।
कांग्रेस और वाम दलों ने देश के किसानों के साथ विश्वासघात किया : सीएम
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देश में 67 वर्षों तक कांग्रेस और वाम दलों ने किसानों के साथ विश्वासघात किया। कभी भी किसानों के स्वावलंबन के लिए काम नहीं किया। हमेशा किसानों को वोट बैंक बनाकर रखा। उन्होंने कहा कि हमेशा किसानों को ठगने का काम किया। स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को कांग्रेस ने एक दशक तक लटकाये रखा। जबकि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आते ही स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर किसानों के हित में काम करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने सिर्फ किसानों को चुनावी नारा बनाकर रख दिया था। कहा कि भाजपा का मानना है कि देश के अन्नदाता नारे और वादे नहीं, बल्कि विकास के साथ चलनेवाले लोग हैं। यही वजह है कि लगातार केंद्र की मोदी सरकार और झारखंड सरकार किसानों के हित में काम कर रही है।
झारखंड में देश का अग्रणी कृषि राज्य बनने की क्षमता : बाबा रामदेव
समापन समारोह में झारखंड सरकार के प्रयासों को सराहते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि झारखंड में देश काअग्रणी कृषि राज्य बनने की क्षमता है। मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में यहां के मेहनतकश किसान कृषि के हर क्षेत्र में नये रिकॉर्ड बना रहे हैं। बाबा रामदेव ने मंच से वादा किया कि आॅर्गेनिक तरीके से उपजाये गये गेहूं, चावल, तिल, दलहन, साग, सब्जियां और जड़ी-बूटियों को पतंजलि श्रेष्ठ उत्पादन मूल्य के साथ खरीद लेगा। बाबा रामदेव ने कहा कि वह झारखंड सरकार के साथ मिल कर यहां के किसानों की समृद्धि के लिए काम करेंगे। डेयरी के क्षेत्र में भी बाबा रामदेव ने झारखंड के किसानों को नयी तकनीक सिखाने का भरोसा दिया।